दो पल की खुशियाँ जीने को दर्द के गुजरे सैलाब कई , गम के निशां लिए दिल पर अनमने गुजरे अजाब कई | लाख छुपाये गम नजरों से आँसू पिघले, फिर गये मचल , किस्मत की भँवर में उलझे, सजे ख्बाब कई, फिर गये बदल | खुदगर्ज निगाहों से दबे […]
१. हरड़े भरड़े आँवले, लो तीनो सम तोल। कूट पीस कर छानिए,त्रिफला है अनमोल।। २. पाँच भाँति के नमक से,करो चूर्ण तैयार। दस्तावर है औषधि, कहते पंचसकार।। ३. ताजे माखन में सखी, केसर लेओ घोल। मुख व होठों पर लगा,रंग गुलाब अमोल।। ४. सूखी मेंथी लीजिए, खाएँ मन अनुसार। किसी […]
फैशन ने लूट लिया । अब घरों का चैन सारे बने को चले। हीरो और हिरोइन ।I सकल सूरत देखते नहीं। न देखें अपनी औकात । होड़ करने को चले । फिल्मी दुनियां से आज ।l कितने घर बर्बाद हो गए । इस चक्कर में पड़कर। कितने अब भी और […]
राजनीति अब इतनी नागवार लगने लगी है कि राजनीति की बाते करने से लोग परेहज लगे है। तभी तो दुकानों में, कार्यालयों में, घरों में तख्ती लटका कर और समूहों में इत्तला देकर सजग किया जाने लगा है कि यहां राजनीति की बातें करना मना है। मना क्यों बात ही […]
हे ईश्वर ,मालिक हे दाता ! करो रक्षा अब नारीयों की हो गए हैं पापी अब मनुज नीच बुद्धि से ग्रसित कर दें इन कुविचारों का सर्वनाश हे ईश्वर ,मालिक हे दाता ! दें आशीष बहनों को रहें सुरक्षित हर पल हर जगहों पर बुरी दृष्टि से देखने वालों […]
उम्र भर की वफा से हाथ क्या आया मेरे दश्त-ए-तनहाई में कोई न साथ था मेरे ========================== यक-ब-यक आज मिले भी तो अजनबी बनकर हुआ करते थे कल तलक जो आशना मेरे ========================== खिलौना जान के हर कोई खेल जाता है जाने कब समझेगी जज़्बात ये दुनिया मेरे ========================== मेरी […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।