भाग 2……… निरन्तर ,,,,, होनी को अनहोनी करदे अनहोनी को होनी,,,, एक जगह जब जमा हो तीनो, अमर अकबर एंथोनी,,,, फ़िल्म के निर्देशक मनमोहन देसाई ने जब फ़िल्म का टाइटल बताया अमिताभ को तो अमिताभ डर गए और बोले, मन आजकल पारिवारिक फिल्मे चल रही है जैसे बड़ी बहन, छोटी […]

भारत देश महान बने सब, लोग निरोग रहे जन भावन। मेल मिलाप रहे सब धर्मन, जाति सबै मिल देश बनावन। सीम सुरक्ष करे बल सैनिक, शत्रु बिसात पड़े कस आवन। *लाल* हमार स्वदेश हिते सब, मानव मानस मान मनावन। रीत सु प्रीत निभे अपनी बस, चाह शहादत मानस भारत। आन […]

उत्तर प्रदेश की राजनीति में बड़ा फेर बदल जमीनी स्तर पर दिखाई देने लगा है। जनता के बीच प्रियंका का करिश्मा काम आने लगा है। कई पार्टी के नेताओं का झुकाव अब सीधे-सीधे कांग्रेस की ओर दिखाई देने लगा है। कांग्रेस ने भाजपा में भी सेंध लगाने का कार्य किया […]

जिनके मन में पंख और पैर  में पहिये उनके सिर पर भार  और  तेज रफ्तार जीवन में भागम- भाग एवं  अंधी दौड़ उनमें गहमा- गहमी और  वाद -विवाद जहां गर्म हो बाजार  लोग  रहें  बेजार मन  है उचंगा  बह रही उल्टी  ही गंगा बदल गयी रीत अब झूठी है  सब […]

मेरी कहानी अद्भुत थी चारों ओर से पहाड़ों से घिरी थी, हवा जो चल रही थी वह भी कुछ गुनगुना रही थी, जैसे प्यारा के किस्से बुदबुदा रही हो, या संघर्ष का अध्याय खोली रही हो। मेरे पास बहुत कुछ नहीं था, महाभारत का अधूरा ज्ञान था रामायण की अल्प […]

माया है  संसार  यहाँ  है सत  नारी। जन्माती  है, पूत निभाती वय सारी। बेटी माता  पत्नि बनी वे बहिना भी। रिश्ते प्यारे खूब  निभे ये कहना भी। होती है श्रृद्धा मन से ही जन मानो। नारी  सृष्टी  सार  रही  है पहचानो। नारी का  सम्मान करे  जो मन मेरे। हो जाए  […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।