राह में जो सुना मन में चलता रहा । सब खयालों को भी वह निगलता रहा । ये है उसकी कथा जिसने सब कुछ किया । हाथ फिर भी वो खाली ही मलता रहा । सबके छल छद्म सारे धरे रह गये । चाहा सबने रुके, फिर भी चलता रहा […]

अटल काव्यॉजली साहित्यिक मंच जिला सतना मध्यप्रदेश द्वारा मंच के सातवां जन्मोत्सव  3 अप्रैल 2019 बुधवार को मनाया जायेगा, ज्ञात हो कि यह साहित्यिक मंच विन्ध्य क्षेत्रीय में है,जिसके अध्यक्ष आद   डॉ.वीरेन्द्र प्रताप सिंह भ्रमर जी,संस्थापक आद तामेश्वर शुक्ला तारक जी,सचिव आद अनीता मिश्रा सिध्दि जी है।यह मंच 3अक्टूबर 2018 […]

सौगंध मुझे इस स्याही की, मैं कलम न रूकने दूँगा ठेस न पहुँचे दिलों को वो शब्द न लिखने दूँगा मैं दिलों को न बँटने दूँगा। सभी को आए ज्ञान शब्द का रखूंगा ध्यान वो चिंगारी अहंकार की न पनपने दूँगा सौगंध मुझे इस स्याही की, मैं कलम न रूकने […]

निज अधिकार समझके अपने मत का करले दान रे भइया चलो करे मतदान रे भइया चलो करे मतदान पाँच वर्ष पश्चात मिला है हम सबको फिर से मौका लोकतंत्र के महा पर्व में क्यों तुम सब अनजान बहना भाई चाची ताई दादा दादी सब सुनलो अबकी बढ़ चढ़के करना है […]

आकण्ठ तक डूबा हूँ, प्रेम लौ से मैं जला हूँ, श्वास के आवर्तनों की, धीरता से मैं छला हूँ । अश्रुओं की सिंचना ने, धो दिये कपोल मेरे, आह! तुमसे न सही, पर वेदना से मैं पला हूँ ।। आभास-जग! आभा- सजग है, रात के पहरे उजारे, नि:शब्द हैं, चुप […]

.                    १ लगि चैत माह मने नया सन, सम्वती मय हर्ष है। फसले पकें खलिहान हो, तब ही सखे नव वर्ष है। परिणाम की,जब आस मे बटु, धारता उतकर्ष है। मम कामना मन भावना यह, पर्व हो प्रतिवर्ष है। .                   २ नव वर्ष हो शुभ आपको यह, कामना  मन में […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।