दिन – रात है वो साथ मेरे, ना पूछे मुझसे बात कोई, मोह जब उससे खत्म हुआ, तब पूछे मुझसे हाल मेरा, तब रह जाता कोई अर्थ नही। जीवन के संघर्षों में ना किया कोई प्रयत्न उनसे लड़ने का, यूँ ही थककर तू बैठ गया, लूटने पर जब करता प्रयत्न […]
मेरे भी दिल मे अभी, उम्मीदे बहुत बाकी है। बस सभी का साथ चाहिए। पर्यावरण को बचाने के लिए । जिंदा दिल इंसानों का साथ चाहिए।। जो हर मोड़ पर साथ दे, इसे बचने के लिए।। तप्ती हुई इस धूप में, शीतल सी छाया चाहिए। जो हाल गर्मी से हो […]
हर बात पर यूँ आँसू बहाया नहीं जाता , हर बात सबको दिल का बताया नहीं जाता । सब घूमते हैं आज साथ में लिए नमक , हर जख्म दिल का सबको दिखाया नहीं जाता । हो दर्द सही इश्क का ईनाम तो आता, खाली ही सही हाथ में वो […]
उभारता नित्य देश को निखारता वो हर शक्ख है अपनी अथक परिश्रम से करोड़ो दिलो की धडकन है दो अक्षर का नाम वाला 130 अरब का सेवक है। इतिहास दर इतिहास दर्ज होगा तेरे जीवन के हर पन्नों में क्योंकि तू अकेला नही तेरे पीछे 130 करोड़ का जीवन है। […]
पटल संस्थापक तामेश्वर शुक्ल तारक जी ने राजेश कुमार तिवारी रामू को बताया कि अटल काव्याञ्जलि साहित्यिक समूह का आठवां मासिक जन्मोत्सव आनलाइन कवि सम्मेलन संपन्न करते हुये धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम काफी लंबा चला देर रात १२.३० पर पटल विश्राम हुआ। लंबा सम्मेलन होने की वजह से संचालन […]
साहित्य संगम संस्थान के अध्यक्ष श्री राजवीर मंत्र जी नें संवाददाता से अपनें एक इंटरव्यूव में जानकारी दी कि संस्थान का वार्षिकोत्सव हर बार की तरह इस बार भी पूरी भव्यता के संग मनाया जायेगा ,किंतु जगह और समय में परिवर्तनकरनें का निर्णय लिया गया है ,१७ मई की जगह […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।