विश्व वन्दनीय वात्सल्य मूर्ति साकार, ‘माँ’स्वयं ही है एक परिपूर्ण संसार.. दूर करे जो मन के,सब क्लेश विकार। ‘माँ’ के स्पर्श में छिपा सुकून अपार, पहाड़-सी विपदा हो जाए बेड़ा पार. ‘माँ’ के आशीष से मिले सब संसार। चाहे सुख,या दुःख की बहे बयार, ‘माँ’के आँचल में दुआओँ की बहार.. […]