होली दहन से हुआ होली का आगाज,
चारों तरफ उड़ रहे हैं रंग गुलाल,
आ गया होली का त्यौहार,
होली पर्व है बेमिसाल,
आओ मिलकर बनाएं होली खुशहाल।
दिन है मौज का,मस्ती का और आनंद का,
बदलेंगे नजरिया अपना खाकर पकवान,
होली पर्व है बेमिसाल।
आसमान में चारों और है गुलाल,
महफ़िल में मस्ती है सरेआम,
रंग लगा लो जी भर क्योकि,
होली पर्व है बेमिसाल।
रंग महोत्सव की चारों ओर फैली है धूम,
रंग जमकर चढ़ा,सभी नशे में हैं टून,
चारों और फैली है नंगाड़ों की धुन,
होली पर्व है बेमिसाल।
बच्चों ने पिचकारी से भिगो दिया सारा मोहल्ला,
रंगा-रंगी में खूब काम आया स्प्रे हमारा,
चूड़ी कलर को हमने दूर भगाया,
हँस-खेल के होली मनाया,
ढेर सारा पकवान खाया।
#प्रांजल शुक्ला