बड़ा नाजुक है दिल उससे भी नाजुक इसे समझाना है इश्क में रुसवाई मिले या दर्द ए किस्सा पुराना है कत्ल कर के नज़रों से अदा जिसका चैन चुराना है बड़ी कातिल जिसकी आदायेँ दिल कमबख्त उसी का दिवाना है आँखें जिसके मैखाने से भी गहरी बड़ा मुश्किल उसके पाड़ […]
मन में कुछ ठाने, झोला,झंडी ताने, कपड़े वही पुराने, चला जा रहा कमाने!! परिवार की तमाम ख्वाहिशो को, जिम्मेदारियों से खुद को बांधे, चला जा रहा कमाने! कपड़े नही ढंग के तन में, परेशानी हैं घर की सामने, जाने को मन बिल्कुल ना माने, फिर भी, चला जा रहा कमाने!! […]
कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद राहुल गांधी की यह पहली बड़ी सभा थी। लंबे समय से रामलीला मैदान में इतनी भीड़ जमा नहीं हुई थी। भीड़ जमा करने में कांग्रेस पार्टी की महारत को कौन नहीं जानता ? लेकिन राहुल-जैसे अपरिपक्व नेता के नाम पर दिल्ली की गर्मी में इतनी […]
मन को सदा पवित्र रखिए स्वप्नं मधुर संजोए रखिए याद रहे सदा परमात्मा ऐसी जोत जलाये रखिए मन मे न आएं बुरे विचार अच्छी सोच बनाये रखिए कोई विकर्म न हो अपने से ऐसा ध्यान बनाये रखिए आत्म स्वरूप मे बीते जीवन परमात्म योग बनाये रखिए कोई छोटा बड़ा नही […]
माँ कहकर जब हम रोते थे लगते थे गले चुप होते थे सुनते थे कहानी परियों की तब आँख बन्द कर सोते थे। मां कहकर जब हम रोते थे लगते थे गले चुप होते थे। चलते थे पकड़कर हम उँगली घर-आँगन में जब गिरते थे खेलते थे मिट्टी के खिलौने […]
पावन धरती मात को,है वंदन बारंबार। गौरव की गाथा लिखी,गूँजे जय जयकार।।१ धरती माँ के गोद से,निकली सीता मात। तेरी कथा अटूट है,दिन चाहे हो रात।।२ हरियाली साड़ी पहन,धरती गाती गीत। नदियाँ झरनें कूप को,यही दिलाती जीत।।३ ममता का सागर भरा,कभी न करती क्रोध। गलती जो इसका करे,लेती नहीं विरोध।।४ […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।