इंसान के जीवन में कब कैसे और कहाँ पर आ के परिवर्तन आ जाये और वो सब कुछ त्याग कर खुद का कल्याण करने को निकल जाये / मानव का मन बहुत ही चंचल सा होता है और वो कभी भी स्थिर नहीं रहता / हमेशा यहाँ से वहां दौड़ता […]
दो बिल्लियाँ बड़ी सयानी करती हैं मनमानी अकड़म-बकड़म करती रहती दिन भर करती शैतानी। माँ-बापू समझाकर जाते ऐसा करम न करना देना पड़े हमे संसद में मंहगाई पर धरना। मार रही सरकार हमको घुसपैठी घर के अन्दर ढोल-नगाड़े बजा रहे नाँच रहे मस्त कलंदर। भुखमरी के कारण घरमे पड़ गया […]
अब भी जालिमों की तरफदारी कर रहा है इंसान तू कितना बदल गया हिंदुस्तान तू कितना बदल गया हिंदुस्तान फसलें बर्बाद हो रहीं हैं कारोबार भी चौपट है फिर भी विदेशों में घूम रहा लगता है ये नेता फौकट है कारोबारी कर्जा लेकर भाग रहे खुदकुशी कर रहे किसान तू […]
परमात्मा है पिता हमारे दुख हरते है वे सारे वे स्वयं समान बनाना चाहते विकार जड़ से मिटाना चाहते पवित्रता के वे है हिमायती कमल समान बनाना चाहते पिता से दिल लगाकर तो देखो स्वयं को उनका बनाकर तो देखो जीवन सुखमय हो जायेगा भाग्य स्वयं ही बदल जायेगा। […]
दिल जाने इस दुनिया में मैंने , क्या पाया क्या खोया है। वफ़ा के पथ पर चलकर मेरा , दिल भी जोरों से रोया है। झूठ की बुनियाद से उसने , खुदगर्जी का महल बनाया। स्वार्थ को दे रिश्ते का नाम , वो नींद चैन की सोया है।। फूल बोकर […]
आम आदमी के अच्छे दिन ला दिए वो पुराने वाले दिन याद सबको दिला दिए वाह वाह मोदी जी अच्छे दिन आ गये कहते थे की कांग्रेस की सरकार खराब है बढ़ाया दाम पेट्रोल डीजल का नीयत खराब है अब स्वयं दाम दुगने तुमने बड़ा दिए वाह वाह मोदी जी………… […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।