घर को किया जो साफ आज तो मन की दिवारें खुलती देखी,,, बिखरी चिट्ठीयां देख पुरानी दिल की कराहें हिलती देखी,,, बरसो पहले के कुछ सपने जैसे गिरकर टूट गए हों,,, किसी की चाहत के अफसाने जैसे मुझसे रूठ गए हो,,, चिट्ठीयों के अक्षर धुंधलाए उन जज्बातो का कोई मोल […]

भारतीय भाषा की झंकार, जनमानस तक पहुचाई, कृष्ण तुम्हारी गीता गाई,। तेरे द्वार लगाया डेरा, जीवन सफल हुआ मेरा, तेरे चरणो की रज लेकर, अंग -अंग भस्म समाई, कृष्ण तुम्हारी गीता गाई। अश्रु बहाये चरणो पर जब, सत्यामृत की धार वही तब, अपने उर के चम्मच से, प्यासे जग की […]

आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारी  राघवेन्द्र ने मंत्री जी से कहा -“सर! हर साल बाढ आती  है, हजारो लोग मारे जाते हैं, देश को अरबों -खरबों का नुकसान होता है, इसका कोई स्थायी निदान क्यों नही निकाला जाता? ” मंत्री महोदय राघवेंद्र जी को घूरते हुए-“हीं……..,तो है तुम्हारे पास कोई […]

कभी ऐसे भी कुछ झरने खोते रहे हम, बस इक तस्वीर देखकर रोते रहे हम. कभी रातें भी गुलज़ार थी तेरी चहक से, कभी दिन को रात मानके सोते रहे हम. चादर की सलवटों से तेरी महक जाती नहीं, कई दफा मल-मल के उसे धोते रहे हम. मेरी सारी वफायें […]

.               मात नमन हम करें सदा ही, हमको  शिक्षा दान  दो। पढ़ लिख सीखें तमस मिटाएँ, ज्ञान  का  वरदान  दो। अज्ञानता को दूर कर माँ, ज्ञान का  पथ  भान दो। पित,मात,गुरु सेवा करूँ माँ , भाव   संगत   मान  दो। .           ~~~~~~~ मात शारदे वंदन गाता, चरण कमल पखारता। तरनी तार […]

श्री अटल भारत भू प्रिय मनुज, शान सत अरमान है। जन जन हृदय सम्राट बन कवि, ध्रुव बने असमान है। नहीं भूल इनको पाएगा, देश का अभिमान है। नव जन्म भारत वतन पर है , या हुआ अवसान है। .                 ~~~~~ हर भारत का भरत नयन भर, अटल की कविता […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।