ढूंढाड़ी क्षेत्रीय परम्परा व भाषा मे बाल विवाह न करने की प्रेरणा देने वाली रचना ——————- आइ रे आइ रे आखा तीज, लाडू पुड़ी मिठाई….. चीज। टाबर ब्याह का बुवगा बीज, आइ रे आइ रे.आखा तीज। बापू ल्यायो नई कमीज, चढ़ बा बरबादी दहलीज। कैवे बाप आपणै टाबर नै, बेटा […]
