फर्ज करिए कि एक ऐसी प्रयोगशाला बना ली जाए जो हवा में तैरते हुए शब्दों को पकड़कर एक कंटेनर में बंद कर दे, फिर भौतिकशास्त्रीय विधि से उसका घनत्वीकरण कर ठोस पदार्थ में बदल दिया जाए तो उसका स्वरूप और उसकी ताकत क्या होगी? सृष्टि का ये नियम है कि […]
एक गीत लिखा है मैंने जो कल हो जायेगा इतिहास, गाना है तो आज ही इसे अपने स्वर में गा डालो। धुन भी तुम्हे बनानी है और वाद्य तुम्हे ही हैं चुनने, आरोह और अवरोह सभी इसमें तुमको ही हैं बुनने। मेरे शब्दों पर फिर चाहे तुम ज्वाल […]
कहते हैं – सपनों की जड़ किसी व्यक्ति में जितनी मज़बूत होती है, उस व्यक्ति में उन सपनों को पूरा करने की लालसा भी उतनी ही मज़बूत होती है और उन सपनों के साथ जुड़ी उसकी कई आकांक्षाएँ, जो उसके द्वारा निर्मित काल्पनिक संसार की […]
भय का कारण तो जान गई भय से है मुक्त कहाँ नारी ? पानी के सहज थपेड़े सह बहने को विवश क्यूं है नारी । है चिन्ता मन में विकट बडी कैसे मैं पार करूँ नदिया ? चलना है दूर बहुत मीलों हमने ना कभी हिम्मत हारी । बेबस ही […]
अमन शांति क्यों भंग हो रही……… इंसान आज झूठ बोलता मिला है कुछ नहीं बस जहर घोलता मिला है जात पात ऊंच नीच में उलझा हुआ खुद को रुपयों पैसों से तौलता मिला हैं शराफत का दौर जैसे खत्म हो रहा हो नशे की लत बढ़ी और डोलता मिला है […]
जो चाहो ब्राह्मण बनो है बहुत ही आसान पवित्र तन और मन बना लो विकारो का हो अवसान अमृत बेला उठा करो करो परमात्मा का ध्यान परमात्म याद मे बनाओ भोजन सात्विक भोजन ही वरदान व्यर्थ संकल्प मन मे न रहे सद संकल्पों का मिले ज्ञान वाणी मे मिठास भरी […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।