हिंदी है मेरी मातृ सदृश हिंदी की गौरव गाथा है । हिंदी में लिखना भाव प्रकट हिंदी ही हमारी भाषा है । हिंदी वैज्ञानिक लिपि वाली। नहि मूक स्वरों का समावेश निज भाषा उन्नति से ही मिल एक हुआ सम्पूर्ण देश । विस्तृत कलेवर हिंदी का विश्व में दूसरा स्थान […]
एक बार सभी सत्ता पक्ष के राजनेताओं का मत हुआ कि चलो भ्रष्टाचार मापक यन्त्र मंगवाया जाय। जापान में बना यन्त्र अधिमूल्य देकर भारत लाया गया।जैसे ही बड़े नेता जी ने अपना लेवल चेक करने के लिये बटन दबाया पारा ऊपर चढ़ गया और अजीब-सी कम्पन होने लगी।सभी नेतागण भयभीत […]
हिंदी मेरी शान है, मान है, पहचान है, हर हिन्दुस्तानी हो हिंदी भाषी, मेरा यह अरमान है। इस धरा का कण कण बोले, मेरी प्यारी भाषा को, अखिल विश्व में मान पाए यह,पंख लगे इस आशा को। अमृत पान किया मानो,हिंदी ने पाई अमरता है, करता प्रेम हिंदी से जो,सूर्य […]
हम सब अपनी सहूलियत के परदों में इस कदर छिपे हुए हैं कि हर नई चुनौती हमें मज़बूरी लगती है हम अभ्यस्त हो गए हैं बासी ज़िन्दगी जीने के लिए जिसमें ताज़ा कुछ भी नहीं ना ही साँस और ना ही उबाँस हमें तकलीफ होती है जब रोज़मर्रा की लीक […]
एक राष्ट्र विभिन्न भाव एवँ विचारधाराओं एक संग़ठित रूप है और साहित्य उनकी अभिव्यक्ति से बना हुआ शब्दमय चित्र | हमारी जीवंगत विभिन्न सामाजिक, आर्थिक, धार्मिक, राजनौतिक स्थितियों का ही साहित्य में चित्रण होता है | इन्ही से दैनिक जीवन प्रभावित होता है और इन्ही के उत्कर्षोंपकर्ष में राष्ट्र निर्माण […]
हे गौरी नंदन गणराज विघ्न मिटाओ हृदय विराजो सभी सुधारो काज सुख कर्ता हैं आप ज्ञान के दाता हैं शिव तनय गणपति पार्वती माता है हे देव गणेश लम्बोदर शंकर सुत मिटा मम क्लेश विशाल गज वेष तुम प्रथम पूज्य वंदन तुम्हारा मोदक पाओ आशीर्वाद अशेष देना है हे प्रिय […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।