उद्वेलित अश्रु अधर है मौन ये मायावी लोक इसमें तेरा कौन और मेरा कौन…..! हृदय में कुंठा ईर्ष्या है चंहुओर ये मायावी लोक इसमें तेरा कौन और मेरा कौन…..! भेदभाव है व्याप्त बस कुचल कर आगे बढ़ने की होड़ ये मायावी लोक इसमें तेरा कौन और मेरा कौन…..! प्रेम बस […]

चुप रहने से कहाँ कोई मसला सुलझता है। बोल दो गलत बोल दो और ये उलझता है। चंद लोग ही  हैं जो ख़ामोशी को पढ़ते है वर्ना हर कोई आपको कायर ही समझता है। एहसास तो दब कर रह गये किसी कोने में बच्चा बच्चा अब हर बात पे  उलझता […]

वैश्विक शिखर सम्मेलन बना विश्व शांति का नया पैगाम एक सौ चालीस देशों ने माना ब्रह्माकुमारी संगठन महान धरा पर शांति स्थापना का बीड़ा ब्रह्माकुमारी ने उठाया न्यायपालिका,कार्यपालिका विधायिका ने भी इसे सराहा चौथे स्तम्भ मीडिया ने भी ली सकारात्मक इससे सीख ईश्वरीय ज्ञान का डंका इसने दुनिया भर में […]

चलो दूर शहर से,कहीं शांत शहर में, दोजक से कहीं दूर,जन्नत के शहर मे। पागल है ये जमाना दौलत के नसे में, चल दूर कहीं साथी चाहत के शहर में। बरसों तलक थी आशा अपने तमाम थे, अब बेबशी की माया अपने ही शहर में। चलो दूर शहर से,कहीं शांत […]

जल मे थल मे जड चेतन मे, गूज रही झंकार, हे मात! तुम्हारी महिमा अपरम्पार, फूलो मे प्रतिबिम्ब तुम्हारा कलियो मे मुस्कान, मन मोहक खुशबू से सारे, महक रहे उद्यान सागर की उन्ताल तरंगे , करती है मनुहार, हे मात! तुम्हारी महिमा अपरम्पार, सूर्य चन्र्द मे तेज तुम्हारी  , तारे […]

आसमाँ इतना भी ना बरस , सड़क पर  किसी गरीब का परिवार अभी सोया है। सुबह एक बार फिर जाना है उसे कमाने, पिज़्ज़ा बर्गर नही,दो रोटियों की चाहत में आज भी उसका बच्चा बहुत रोया है। मासूम को कब थी चाहत महंगे खिलोने की,वो रेत भी गीला होकर बह […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।