नवरात्रि का आया प्यारा पावन त्यौहार, आओ पूजे माँ के नो रूपो को बारंबार, माँ दुर्गे को सर्वप्रथम जिस रूप पूजा जाता है, वो रूप माँ का शैलपुत्री कहलाता है, हिमालय की पुत्री इन्हें माना जाता है, इसलिए इन्हें शैलपुत्री नाम से जाना जाता है, वृषभ नाम के बैल की […]

बापू की जन्मस्थली से क्षेत्रवाद का जहर उगलना दूर प्रांत के रहने वालो पर हिंसक यूं प्रहार करना नफरत और हिंसा से पीड़ित लोगो का पलायन करना गुजरात की छवि को बट्टा लगा रहा है गांधी की छवि को प्रभावित कर रहा है देश के लिए यह नफरत क्यों क्षेत्रवाद […]

रश्मिरथी सुरेंद्र शर्मा : चार लाइना से जनता को हास्य में डुबाने वाले का नाम डॉ अर्पण जैन ‘अविचल’ ‘पत्नी जी! मेरो इरादो बिल्कुल ही नेक है तू सैकड़ा में एक है।’ वा बोली- ‘बेवकूफ मन्ना बणाओ बाकी निन्याणबैं कूण-सी हैं या बताओ।’ हरियाणा की नंगल चौधरी ग्राम में २९ […]

अमन चैन खुशहाली बढ़ रही , अब तो मेरे गांव में, हाय हलो गुडनाइट से, मोबाइल बजते गांव में। टेढ़ी ,बाँकी टूटी सड़कें धचके खाती कार  में, नेता अफसर और डाँक्टर भी आते कभी कभार में। पण्चू दादा हुक्का खैंचे, चिलम चले चौपाल मे, गप्पेमारी ताश चौकड़ी, खाँप चले चौपाल […]

भोर हुई तो इंसा देखो, ताकतवर बन जाता है , श्वासों में भर-भर कर आशा, रंग नया भर जाता है , दिन-भर समय बिताता फिर, शाम को घर आ आता है , सारे जग में अपने धन का, फिर डंका बजवाता है , जैसे – जैसे आसमान में , बड़ते […]

भारत दुनिया का सबसे बडा लोकतांत्रिक देश है, देश की लोकतांत्रिक प्रणाली को विश्व में बडे सम्मान, स्वंछच्दता के साथ देखा जाता हैं। इस महान लोकतांत्रिक पंरपरा के महायज्ञ का आगाज चुनाव आयोग ने कर दिया। दौर में पांच राज्यों में सम्पन्न होना हैं, जिसमें सभी मतदाताओं को अपनी मतदान […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।