बार बार सबके मन में यह प्रश्न उठता है कि  शिक्षा के क्षेत्र में इतना खर्च करने के बाबजूद आखिर सरकारी विद्यालय में शिक्षा के स्तर में सुधार क्यों नहीं हो रहा है l सरकारी स्तर पर कई कार्य किए भी जा रहें हैं,  पर सुधार की गति अत्यंत धीमी […]

भगवान माने क्या? इन्सान माने क्या?   माने या न माने सब खेल-खेल बहाने क्या हम किसी की माने है सब लुभावने सपने सुहाने   किसी होर की बात माननी है क्योकि उसे लोग जानते है या उसका पहनावा पहचानते है   आज हमारे वस्त्र फ़टे ही सही। खुद  को […]

लोकतंत्र तो नाम का रह गया है श्रीमान कोई भी चुनाव सस्ता नही आम आदमी परेशान जिसके पास धन दौलत वही लड़ सकता है चुनाव गरीब की तो बीच रास्ते डूब जाती है चुनावी नाँव पंचायत से लेकर संसद तक धनाढ्य ही चुनकर जाते जिनके पास नही है पैसा वही […]

आत्ममंथन करने में जब मैंने अपनी आत्मा का सानिध्य किया। आत्मग्लानि से भर उठा मन बस जीवन को यूँही अस्तव्यस्त किया।। हर  पल  हर  दम  बिना मतलब की इसकी हामी उसकी हामी। लगता ऐसा जैसे जीवन का सूरज किसी नाकामी से अस्त हुआ।। इंद्रधनुष रूपी जब जीवन मे कुछ भी […]

मात शारदा सुमिर के, सुमिरो  देव गणेश। कविता दोहा सीखिए,सुन्दर सुमिर महेश।। .           दोहा छंदो मे लिखो ,कविजन अपनी बात। तेरह ग्यारह मातरा, अड़तालिस  हो जात।। .           प्रथम  तीसरे   चरण  में, तेरह  मात्रा  पूर। गुरु लघु गुरु चरणांत हो,भाव भरे भरपूर।। .           विषम चरण के अंत में,लघुलघुलघु भी होय। लय […]

   नई दिल्ली|  विश्व हिन्दू परिषद् ने आज कहा है कि केरल के मुख्यमंत्री विजयन आदिल शाह व औरंगजेब की तरह काम कर रहे हैं. विहिप के अंतर्राष्ट्रीय संयुक्त महामंत्री डा सुरेन्द्र जैन ने कहा है हिंदू आस्थाओं को कुचल कर मुख्यमंत्री विजयन केरल को कश्मीर की तरह हिंदू विहीन करना […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।