जनता है भगवान बोलो राम राम राम! चुनाव देखकर नेता आते वादों का अंबार लगाते पानी,विजली ,साफ सफाई को अपना मुद्दा बतलाते भोली भाली जनता को वे मौका पाकर खूब रिझाते बात-बात पर वंदन करते करते उन्हें प्रणाम। बोलो राम राम राम! लोकतंत्र के रक्षक बनते जनता के वे भक्षक […]

शासक बदले स्वराज मिला पल भर के लिए मन प्रसून खिला किन्तु चार दिन की चाँदनी ठहर न सकी हमारी झोपड़ी में निकल गई बाजू से राजधानी ट्रेन की मेन लाइट की मानिंद, हमारे नेताओं के वादे पहले लुभाए फिर घायल किए तन, मन और झोपड़ी को और फिर बिखर […]

जन-जन में लगी होड़, किसका अव्वल नम्बर , कोई नष्ट करे जंगल, कोई छेड़ रहा अम्बर । कचरे से पटी सरिता, छलनी है धरणी का वक्ष, कोई तोड़ रहा *पहाड़* , प्राकृतिक दोहन में दक्ष । मिलावट का कोई नायाब, भ्रष्टाचार कुछ के रग में , ईर्ष्या -द्वेष से ओत-प्रोत, […]

प्यार करने वाले तकरार क्या जाने इजहार करने वाले इनकार क्या जाने मोहब्बत सीखी न हो जिसने यारों दिल होता कितना बेकरार क्या जाने जो परवाह करता न हो किसी की भी रोता है किसी का दिल धार क्या जाने तिरंगे का दिल मे सम्मान है कितना मिटा दो तुम […]

जीवन के हर लक्ष्य को पा सकते है आप भय,झिझक से परे जाकर करिये बड़ा सा साहस साथ मे अनुभव का खजाना सफलता सहज दिलायेगा जो बाधाये आएगी राह मे उनको दूर भगायेगा बस लक्ष्य पवित्र हो आपका यह ध्यान जरूर रखना होगा ईश्वर भी साथ देगा तुम्हारा जो सपना […]

डॉ आरती भदौरिया के कथा संग्रह ‘ कथा जारी रहे’ और डॉ शशि सक्सेना  के कविता संग्रह ‘रिश्ते हुए सपने’ पर गहन चर्चा   जयपुर  | राजस्थान लेखिका साहित्य संस्थान, जयपुर  के तत्वावधान में 7 दिसम्बर को यहाँ तिलकनगर कार्यालय में दो लेखिकाओं की सद्य प्रकाशित कृतियों पर चर्चा का आयोजन […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।