मै हूँ दिसम्बर तुम हो जनवरी याद तुम्हारी आते ही दौड़ जाती है बदन में सरसरी बिछा ली तेरी यादें जैसे हो तेरा इश्क़ एक गरम दरी मै हूँ दिसम्बर तुम हो जनवरी भूलूँ तो भला कैसे तुमको तुम ही तुम हो मुझमें हर पल हर घड़ी मै हूँ दिसम्बर […]
आओ तुम्हें तुम्हारे वादों में सूखी दरारें दिखाती हूँ .. वादे तुम करके भूलते हो. और उदास मैं हो जाती हूँ .. कब कहती हूँ.की तोड़ लाओ सितारे आसमान से .. मैं तो खुद सितारे टूटने के इंतज़ार में आंगन में सो जाती हूँ तुमसे तुम्हारा थोड़ा वक़्त मांगती हूँ […]
लो चला देखो ये साल चला, अठरह को लेके काल चला। आने वाला जो उन्निस है, वो बीसो सपने पाल चला।। रूखसत कर दो अब दिसम्बर को, दुख दिल के, अॉसू के अम्बर को नवबर्ष मे नव अभियान करो, पा लो खुशियों के समन्दर को। बोरी बिस्तर ये बांध चला,लो […]
राम नाम की महिमा को ब्रह्मांड में दो लोग ही जानते है एक भगवान शिव तो दूसरे उनके पुत्र गणेश … शिव राम नाम के महामंत्र का जाप केवल काशी में करते है और शिव को यह जाप करते हुए गणेश सुनते है ….इसीलिए काशी में मरने वाले व्यक्ति को […]
किसी से नज़रें मिलते ही, दिल लगाया नहीं जाता , हर मिलने वाले को भी ,अपना बनाया नहीं जाता / और जो दिल में, बस जाये एक बार, उन्हें उम्र भर भुलाया नहीं जाता…// माना तेरी हर अदा, मोहब्बत सी लगती है, एक पल की जुदाई भी, मुद्दत सी लगती […]
मंदिर-मस्जिद में हम क्यों खोजते भगवान, लाईन में लगकर पूजा करते क्या धनवान, भला गरीब नहीं होता क्या इसका कद्रदान, जरा ध्यान से देखो वही तो है सच्चा इन्सान, यहां कण-कण में भी हैं आस्था के भगवान, फिर हम क्यों लड़ते तेरे मेरे हैं ये भगवान, जो गरीब की सेवा […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।