आजादी का मतलब केवल झंडा फहराना नहीं होता,, आजादी का मतलब केवल राष्ट्रगान गाना नहीं होता,, पुरखों ने बलिदान दिया तब जाकर आजादी पाई,, ये दिन पाने की खातिर जाने कितने वीरों ने जान गवाई,, वीर शहीदों को श्रद्धांजलि केवल फूल चढ़ाना नहीं होता,, आजादी का मतलब केवल झंडा फहराना […]

भारत माँ की पावन भूमि में आज खुशियों की बहार। स्वतंत्रता दिवस की पावन बेला व राखी का त्यौहार। राखी के त्यौहार संग तिरंगा झंडा फहराएं हम, प्यार-स्नेह का बंधन, देशभक्ति मन में जगाएं हम। भाई-बहन के नेह का बंधन देश प्रेम का संयोग हुआ, केसरिया सफ़ेद हरा तिरंगा फहराने […]

लाल किले की प्राचीर से,मोदी जी ने दिया ये सन्देश | एक ध्वज हो,एक कानून हो,सबका समान हो ये देश || मिले सबको समान अधिकार,किसी के साथ न हो द्वेष | तभी भारत फल फूलेगा,आगे बढ़ता रहेगा ये हमारा देश || बढ़ रहा है जनसँख्या का बोझ,कैसे उठा पायेगा ये […]

कंस राज में जब बढ़े, पापी अत्याचार। द्वापर में भगवान ने, लिया कृष्ण अवतार।। उग्रसेन सुत कंस ने, छीन पिता का राज। बहिन देवकी पतिसहित,करे कैद बिनकाज। जन्मत कारागार में, बालक वधे अनेक। लगता था उस कंस को, काल बाल प्रत्येक।। भादव रजनी अष्टमी, लिया ईश अवतार। हरि माया से […]

जीवन के हर क्षण को आखिरी मान लीजिए जो भी सद्कर्म कर सको आज ही कर लीजिए भरोसा नही सांसो का न जाने कब रुक जाए हर सांस के साथ साथ प्रभु स्मरण कर लीजिए हरदम याद रहे गर प्रभु दुःख कभी पास न आए सुख ही सुख हो जाएगा […]

भारतीय भाषाओं की चुनौतियां व समाधान परिसंवाद में उपस्थित सभी मित्रगणों को मेरा हार्दिक प्रणाम! इस परिसंवाद के प्रयत्न के लिए डॉ. मोतीलाल गुप्ता आदित्य जी, निदेशक, वैश्विक हिंदी सम्मेलन, मुंबई और उनके सहयोगीयों का हार्दिक धन्यवाद! आदरणीय, यह अत्यंत दुर्भाग्य की बात है कि स्वतंत्रता के ७२ वर्षों के […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।