दिल में कोई अरमान रखना है , हो दर्द तो भी मुस्कान रखना है । मर जाएंगे अपने वतन के लिए । हिन्दोस्तां की मगर शान रखना है ।। धर्म अपना रहे, सदा इंसानियत । इक अपनी अलग पहचान रखना है ।। माँ से मिला हमे यही संस्कार है । […]

यूँ तो हिंदी को सिर्फ भारत की भाषा नही कह सकते।हिंदी भाषा मे अ, आ,इ, ई,ओ,उ,में जो स्वर गूंजते है वही स्वर नवजात शिशु के रुदन से प्रकट होते है।चूंकि दुनिया के सभी शिशुओं के रुदन ध्वनि एक ही प्रकार की है।इसलिए कह सकते है कि हिंदी हर मानव प्राणी […]

हिंदी ने सब कुछ सिखलाया, हिंदी का गुणगान करें | जिसने जना चंद जगनिक कवि, उसका हम सम्मान करें | खुसरो की ‘कह मुकरी’ जिसकी गोदी में मुस्काती हो – ऐसी पावन भाषा से नित, नूतन नवल विहान करें | हिंदी का गुणगान करें …………|| पद्मावत रच दिये जायसी, बीजक […]

क़ाफ़िया — “ई” (स्वर) रदीफ़ — है फ़क़त वज़्न –122 122 122 12 बह्रे – मुतक़ारिब मुसम्मन महज़ूफ़ अर्कान–फ़ऊलुन फ़ऊलुन फ़ऊलुन फ़अल तेरी ही लगन अब लगी है फ़क़त मेरे दिल में तेरी कमी है फ़क़त नज़र में है मेरे तेरी सादगी तू ही अब मेरी ज़िन्दगी है फ़क़त मुझें […]

हिन्दी है सबसे सरल, भारत की पहचान । हिन्दी भाषा में बसा, भारत का सम्मान ।। शब्द-शब्द में लोच है, अक्षर अक्षर गोल । हिन्दी जैसा है यहाँ, दुनिया का भूगोल ।। अपनी भाषा बोलियाँ, कभी न जाना भूल । अपनी भाषा जब मिले, खिलते मन के फूल।। भाषा का […]

ड्रीम गर्ल छोटी दुकान मीठा पकवान,हँसाती, गुदगुदाती, प्रेम कहानी लेखक, निर्देशक राज शांडिल्य अदाकार आयुष्मान खुराना, नुसरत भरुचा, मनजोत सिंह, अन्नू कपूर, विजय राज, अभिषेक बनर्जी, राजेश शर्मा, मनजोत सिंह, हँसती, गुदगुदाती, प्रेम कहानी ■मुख्तसर ख्याल समीक्षा से पहले, आपने लैला मंजनू, शीरी फरहाद, रोमियो जूलियट, हीर रांझा के बारे […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।