अभय जी पत्रकारिता के शिखर और कुम्भज जी है कविता का कुम्भ – आनंद मोहन माथुर इंदौर । हिंदी को राष्ट्रभाषा बनाने के लिए प्रतिबद्ध ‘मातृभाषा उन्नयन संस्थान’ 24 फरवरी 2020, सोमवार को स्थानीय श्री मध्यभारत हिंदी साहित्य समिति, इंदौर में हिंदी पत्रकारिता के शिखर व दशकों तक नईदुनिया के […]

उपन्यास चर्चा – …फिर कभी – कभी, कहीं – कहीं यह भी होता है इनके युवा बच्चे ,जाने-अनजाने में एक दूसरे को चाहने लगें। उन्हें जीवन साथी के रूप में देखने लगें लेकिन अपने परिवारों की मान-मर्यादा,पद-प्रतिष्ठा और विजातीय सम्बन्धों के चलते इन रिश्तों को दर्द और विछोह के दंश […]

खुद पर भरोसा करना सीखो आत्म विश्वास से जीना सीखो जो आत्मा कहे वही सही है सबसे बड़ा जज हमेशा वही है व्यर्थ की बातों में कभी आना नही कभी किसी का दिल दुखाना नही ईश्वर हमे देख रहा है यह भान रहे ईश्वर हमे सदा याद रहे यह ध्यान […]

मन की बात सभ्यता संस्कृति एकता युवा कल्याण की बात। बात है शूरूआत की बढते दुख पर हाथ की जिसके साक्ष्य देश के करोड़ो सुनने वाले वही आगे जाने वाले। बात है ज्ञान की सबके उत्थान की लोक कल्याण की बढ़ते भारत की शान की। बात है विज्ञान की इसरो […]

अच्छे दिन की बातें करके सत्ता पाकर, मद में सब नेता सत्ताधारी गर्वित हैं। जनता को अब कौन पूछता है फुसलाकर। केसरिया रँग को धारे बनते धर्मित हैं। कमर तोड़ती मँहगाई जनता पर भारी। चीख पुकार रही है जनता।नहीं सहारा दिया किसी ने।रोक नहीं कोई सरकारी। पाई पाई को तरस […]

हालिया भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व ने युवाओं के प्रेरणास्त्रोत कहे जाने वाले जबर्दस्त जमीनी नेता मध्य प्रदेश के खजुराहो सांसद विष्णुदत्त शर्मा को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष जवाबदेही सौंपी है। श्री शर्मा ने अपने सामाजिक और राजनीतिक जीवन की शुरुआत अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से की थी। इसके बाद […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।