बहुत याद आए , बचपन प्यारा। सुन्दर सलोना , समय प्यारा प्यारा। ना सोने की चिंता। ना उठने जल्दी । ना काम कोई था, ना कोई भी जल्दी । वो गुड्डा गुड़िया की, शादी निराली। वो नाचना मस्ती में, बनके बाराती। वो गुल्ली डण्डा, साइकिल चलाना। वो खो-खो, कबड्डी, वो […]
