जिनकी कृपा कटाक्ष से ,प्रज्ञा , बुद्धि , विचार । शब्द,गीत,संगीत ,स्वर ,विद्या का अधिकार ।। विद्या का अधिकार ,ज्ञान ,विज्ञानं ,प्रेम -रस । हर्ष , मान ,सम्मान ,सम्पदा जग की सरबस । ‘ ठकुरेला ‘ समृद्धि , दया से मिलती इनकी । मंगल सभी सदैव , शारदा प्रिय हैं […]

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मर्यादा के गढ़ गिरे,मानव हुआ स्वतंत्र। रिश्ते नाते भूलकर,जपे स्वार्थ का मंत्र ll मानव की कीमत नहीं,मँहगा हुआ पदार्थ। भौतिकता के बोझ में,दबा हुआ परमार्थ ll वातायन गायब हुए,घर-घर हुआ उदास। गौरैया ने कर लिया,घर के बाहर वास ll हाँफ रही है ज़िंदगी,हुआ तवे-सा गाँव। कुछ रुपयों में बिक गई,वट,पीपल […]

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मैं देश नहीं रुकने दूँगा, मैं देश नहीं झुकने दूँगा। आए जीवन में गर मुश्किल, पर मैं मुश्किल नहीं टिकने दूँगा । मैं देश नहीं रुकने दूँगा, मैं देश नहीं झुकने दूँगा। इस तृण हरित रुधिर की भूमि पर, कईयों ने अपना रक्त बहाया है। हिन्दू,मुस्लिम,सिख, ईसाई, सबने ही रुधिर […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।