अक्सर,रात को हम दोनों के बीच न.चहाते हुए भी आयरा का अहसास आ ही जाता और मैं, बैचेन हो जाती।आज भी यही हुआ…सारी रात आयरा के अहसास से सो नहीं पाती ।क्यों वो मेरे हिस्से का प्यार लूट रही क्यों वो मुझे अमन से जुदा करना चाहाती है मेरी बेचैनी […]

मैने बाजार मे अक्सर झूठ के खरीददार देखे है, सच खरीदते बहुत कम कोई वफादार देखे है। धर्म के नाम पर अधर्म का अक्सर प्रचार होता है, धार्मिक स्थलों का नाम बेवजह बदनाम होता है। ईश्वर के नाम पर लूटते झूठे पूजारी लाखो हकदार देखे है, लेकिन सच बोलते बहुत […]

सावन का महीना,और पानी की बौछार, राखी का त्योहार और खड़ी मैं द्वार। भईया तुम आ जाना …………॥ रेशम के धागों से हमने राखी बनाई, धागे में चुन-चुन रंगीली मोती पिराई भईया,रखना मेरी इस राखी की लाज, और सूनी न रहे अब कलाई तेरी आज। भईया तुम आ जाना …………..॥ […]

‪ हे नाथ ! तुम जब चले, भ्रात भाभी को लिए। पग तुम्हारे बढ़ रहे, साथ, उनके साथ में। नैन मेरे ताकते, दूर तक है झांकते। वह छवि सिमट गई, रूठते वे रास्ते। मिलन की एक घड़ी, लखन संग जो मिली। बन्द पलकों में किए, जी रही वह एक कली। […]

नजर से नजर अब पहचान लीजिए, अरमान हदय् का अब जान लीजिए। सांस में आएगी बहार की महक, झरे सब फूल मुस्कान लीजिए। हकीकत सब सुना दी है जुबां से, छिपाया कुछ नहीं दिल छान लीजिए। यह तुम्हारे ख्यालों का सौदा है, आप चाहे रात को दिन मान लीजिए।  #रचना […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।