बडो का सम्मान ही दिलाता हमे भी मान जो बडो का सम्मान करे होता उसका गुणगान प्यार के दो बोल चाहिए बस थोड़ी सी देखभाल इतने मे ही खुश रहते अपने पूज्य तू जान जीवन का अनुभव बड़ा सीखा दे सुबह और शाम देख उन्हें मुस्कुरा दो जरा फिर जो […]

ताज नगरी मे जन्म लिया इटावा मे करते थे टन्कण् सरस्वती का मुख मे वास जीत लिया शब्द विश्वास फिल्मी गीतो से हुए यशस्वी कविता के थे बड़े तपस्वी गीतो मे भी अध्यात्म दिया मेरा नाम जोकर को अमर किया रचनाओं मे ही जीते रहे कविता जीवन पर्यन्त रचते रहे […]

शांतचित है मूल आधार खुशी रहती इसमे अपार व्यर्थ सोच की जगह नही करते किसी का बुरा नही विकार मुक्तता प्रमुख है गुण अहंकार रूपी नही है घुण समानता समभाव के है धनी प्यार की ऐसो मे नही है कमी आत्म स्वरूप मे जीवन बिताते परमात्म ज्ञान से जीवन सजाते। […]

एक निवेदन मेरा भी सुन लो आप ध्यान से कुछ तो समय निकालो अपने लिए भी काम से जीवन सारा बीत न जाये रोटी,कपड़ा,मकान मे परमात्मा का नाम लेना भी न आ पाये ख्याल में जीवन है प्रभु की देन कुछ अपेक्षा है आपसे व्यस्त समय से समय निकालो मिल […]

रुड़की । प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता श्रीगोपाल नारसन ने कहा कि उत्तराखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को कांग्रेस का राष्ट्रीय महासचिव,पार्टी का आसाम राज्य प्रभारी व कांग्रेस वर्किंग कमेटी का सदस्य बनाये जाने से कांग्रेस मे न सिर्फ राष्ट्रीय स्तर पर मजबूती आएगी अपितु उत्तराखण्ड मे भी कांग्रेस को पहले […]

जैसा आचरण आप करोगे वैसा बच्चे कर पाएंगे तुम सदमार्ग पर चलकर देखो बच्चे भी वही आ जाएंगे बडो का अनुसरण करना बच्चों की पुरानी आदत है बडो के पदचिन्हों पर चलना यही सच्ची इबादत है झूठ,फरेब,मक्कारी गर है उसे अच्छाई से खत्म करों सत्य,मधुरता,शांत व्यवहार से बच्चों मे ज्ञान […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।