मालवा  की प्यारी मीठी मालवी में लिखी गई पुस्तक “पचरंगो मुकुट ” के लिए मालवी के साहित्यकार श्री राजेश भंडारी “बाबू” को दिल्ली के खचाखच भरे  साहित्य अकादमी सभागार,रविन्द्र भवन न्यू दिल्ली  में सर्व भाषा ट्रस्ट द्वारा  २२ दिसम्बर शनिवार को  “सूर्यकांत त्रिपाठी निराला साहित्य सम्मान २०१८” प्रदान किया गया […]

कार्याध्यक्ष अलोक कुमार ने भीलों के गाँव घोड़ी तेजपुर से किया शंखनाद   नई दिल्ली | अयोध्या में भगवान श्रीराम की जन्म भूमि पर भव्य मंदिर निर्माण हेतु आज से नव दिवसीय संकल्प अनुष्ठानों का श्री गणेश आज विहिप कार्याध्यक्ष श्री आलोक कुमार द्वारा राजस्थान के बांसवाड़ा के एक भील […]

नई दिल्ली | सिखों के नरसंहार के दोषी बड़े कांग्रेसी नेता सज्जन कुमार को दिल्ली उच्च न्यायालय द्वारा दी गई सजा का विश्व हिन्दू परिषद् ने स्वागत किया है. विहिप के अंतर्राष्ट्रीय संयुक्त महा-सचिव डॉ सुरेन्द्र जैन ने आज एक प्रेस वक्तव्य में कहा है कि स्वतंत्र भारत के सबसे […]

पांडिचेरी  | पांडिचेरी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. गुरमीत सिंह ने ‘परिवर्तन’, त्रैमासिक ई-पत्रिका के सिनेमा विशेषांक का लोकार्पण किया. विश्वविद्यालय के जे. एन. आडोटोरियम में 14.12.2018 को आयोजित ‘हिंदी माह पुरस्कार वितरण समारोह’ में तक़रीबन 100 अहिन्दी भाषी प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया. इस दौरान कुलपति ने हिंदी विभाग के […]

उज्जैन। विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ (विश्वविद्यालय) भागलपुर ने उज्जैन में होने वाले अपने दो दिवसीय 13-14 दिसम्बर 2018 को 22 वाँ दीक्षान्त सारस्वत समारोह में जनपद चन्दौली (उत्तर प्रदेश) ग्राम मैढ़ी के मूल निवासी अवधेश कुमार ‘अवध’ को उनके दो दशकीय हिंदी साहित्य सेवा, स्वतन्त्र पत्रकारिता एवं अहिंदी भाषी पूर्वोत्तर भारत […]

जम्मू | डोगरी एवं हिंदी भाषा के युवा बाल साहित्यकार,  लघुकथाकार, कथाकार, कवि, आलोचक,लेखक, अनुवादक, भाषाविद्, सांस्कृतिककर्मी एवं समाजसेवी यशपाल निर्मल को उनके डोगरी एवं हिंदी भाषा और साहित्यिक क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए  हिन्दी विद्यापीठ पीठ, भागलपुर, बिहार की ओर से ” विद्या वाचस्पति” की मानद उपाधि से […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।