गर तू मेरे साथ न होती, जी कर भी मैं क्या करता। रुक जाता मैं कहीं गली में, जैसे पथिक है थक जाता॥ तुम मेरे दिल की धड़कन हो, साँस हवाले करता हूँ। करके तुमको याद मैं हरदम, खोया-खोया सा रहता हूँ॥ भले तुम्हारे की चाहत की, सोच हमेशा रखता […]
किसी के चाहने से कब कोई भी काम होता है, यहाँ जो त्याग करता है, उसी का नाम होता है…। यहाँ संसार में सबको विषय भोगों ने तड़पाया, जो चारों दान करता है, उसे आराम होता है…। अभय का दान परभव के दुखों का नाश कर देता, शास्त्रों के दान […]
तुम्हारी आँख का काजल, हजारों कत्ल करता है। किसी का दिल मचलता है, कोई बेमौत मरता है। तुम्हारे नयन कजरारे, मधुप से चूसते रस को, सभी का दिल तुम्हारे सामने, पानी-सा भरता है।। […]
एक मुहल्ले में दो परिवार रहा करते थे,विमल वर्मा और शांति सहाय। विमल वर्मा की पत्नी का नाम दुर्गा देवी और शांति सहाय की पत्नी का मृदुला थाl शांति सहाय कारोबारी थे,मन से शांत निर्मल स्वभाव दिल से कोमल और परिवार की शांति उनकी पूंजी थी। उनकी पत्नी भी बड़ी […]
सोते नहीं बना,कभी जगते नहीं बना, घुट-घुट किसी की याद में मरते नहीं बना। सबने कहा यही उसे दिल से बिसार दूं , पर बेवफा को दिल से बिसराते नहीं बना। कांटों में रह के हंसने की कोशिश तमाम की, फूलों की तरह पर कभी हंसते नहीं बना। वह […]
उसने कभी जीने की मिसाल नहीं देखी, जिंदगी किसी कोने से खुशहाल नहीं देखीl छुपाती रही इज्जत फटे कपड़ों की गुदड़ी में, उस लड़की ने सही-सलामत रुमाल नहीं देखीl लड़ते देखा है कुत्तों से बासी रोटी के पीछे, गहरा काला निशां है उसकी आँखों के नीचेl भूख से तिलमिलाती गुर्रा […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।