नारी माँ है भगवान का अवतार है मेरी  खुशियों  का  वही  आधार है नारी मन कोमल नारी से संसार है नारी बिन कुछ नही सब निराधार है नारी मित्र,अर्धांगिनी,नारी के उपकार है नारी सौंदर्य का रूप,नारी मददगार है नारी शौर्य का रूप,नारी वफादार है नारी से ही जीत है,कभी भी […]

खुशियों का खुमार छाता रहा है तिरंगा जब जब लहराता रहा है रखी है हमने वतन से मोहब्बत रंग दे बसंती मन गाता रहा है दिलों में जिंदा वतन पर मरने वाले अपना फर्ज बखूबी निभाता रहा है बख्शता नहीं हिंदुस्तानी सिपाही खौफ दुश्मनों को सताता रहा है जाति,धर्म का […]

इक तुम्ही पर हक जताते रहें है ख्यालो में लाकर मुस्कुराते रहें है बंद आँखों से भी नजर आते हो इस  कदर  दिल मे  बसाते रहें है तुम हमे अपना मानों या न मानों हाले  दिल  तुम्ही से बताते रहें है मुक़म्मल  हो  गई है  मेरी  गजलें ख्वाबों  में भी  […]

वीरों का सम्मान करेंगे वतन पे अभिमान करेंगे झुक ना पाए अपना तिरंगा माँ भारती का गुणगान करेंगे जोश जुनून से सजा रहेगा ऐसा नया हिंदुस्तान करेंगे शहीदों ने  कुर्बानी  दी  है शीश झुकाकर मान करेंगे हम हिन्द पर जीने मरने वाले हिंदुस्तानी  पहचान  करेंगे कायर दुश्मन को मारेंगे चुन […]

सेना ने हमारी बुरा हाल कर दिया होली से पहले ही गुलाल कर दिया सबक है सिखाया पाकिस्तान को घर मे घुसके मारा कमाल कर दिया बाज तो आजा हरकत से अपनी जमीन देख ले अपनी,लाल कर दिया हम हिंदुस्तानी  मना रहे  जश्न  है हिल गया पाक, भूचाल कर दिया […]

मुस्कुराने के फिर बहाने मिल गए दोस्त  मेरे  सब  पुराने  मिल  गए खुद को  ही  मैं  बहलाने  लगा हूँ मेरे लबों को वो तराने  मिल  गए सुना दो कभी वो दिलो की दास्तां यू लगा जैसे गुजरे जमाने मिल गए सूनी थी गलियां और मन था उदास ख्वाब आँखों को […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।