बिल्कुल लल्लन टॉप लिखूंगा गहहे को भी बाप लिखूंगा नेताओं के नाम जहां हैं मैं तो अजगर साँप लिखूंगा जुमलेबाजी जब लिखना हो छप्पन इंची नाप लिखूंगा छपम-छपाई हल्लम-गुल्ला मैं तो बस चुप चाप लिखूंगा लड़ो लड़ाई तुम मंदिर की मैं सीता का शाप लिखूंगा #दिवाकर Post Views: 575
बवाला करेंगे बवाला करेंगे चुनावों में भैया व लाला करेंगे । रहे राम जी यूँ ही बैठे अयोध्या ए संसद में जाकर घोटाला करेंगे । दिखाएंगे दहशत तुम्हें शरियतों का के मुल्ला जी फिर से हलाला करेंगे । मरेंगे तेरे लाल खा-खा के घुइया मलाई का कूकुर निवाला करेंगे । […]
कितना सूना है दिल का मेरे आसमाँ, चाँद मेरा न जाने कहाँ खो गया। टूटे तारें मैं ऐसी ही माँगू दुआ, टूटे तारें तो तेरी ही माँगू दुआ, तेरी यादों में खोया रहा इस तरह, रात थी जाने कब फिर ये दिन हो गया। तू ही राहें मेरी तू ही […]
सारी सर्दी तुमने सहा है सिर उठाकर खिल खिलाकर और गर्मी भी सह गए जेठमास की,उफ़ तक न की और पूरी बरसात खड़े खड़े भीगकर विता दी तूफानी हवाओ से टकराये और तुम्हारा कुछ न बिगड़ा लेकिन न जाने क्यों तुम्हे आदमी ने काटकर जमीन पर पटक दिया झौंर बौर […]
बब्बा बब्बा आय देवारी झोरन डब्बा लाय देवारी बीसौ अंगुरी उनके घिउ मा बस अपनै भभ्भाय देवारी बरहौ मासे रोशन हैं जे उनहीं के घर जाय देवारी अपनै कहै सुनै बस अपनै तब केतना खलि जाय देवारी फाकामस्ती घरहिनि घर मा मनहिनि मन शर्माए देवारी गिनव मात्रा छंद बहर तू […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।