बेटियों को समर्पित एक रचना(एक प्रयास) एक पिता अपनी बेटी का मार्गदर्शन करता है— कूद पड़ दुनिया की दरिया में तू , मत सोच क्या-क्या करना होगा । निकलेगी तू खुद को तरास कर , लहरों की थपेड़ों को भी तुझे सहना होगा ।। 1 ।। फत्तियाँ कसने दे कुछ […]
हमारे अन्दर दो रावण छुपे हुए हैं एक वो जो रामायण को देखकर आया है दूसरा वो जो छुपा -छुपा सा रहता है यदा -कदा ही वो दर्शन देता है पहला रावण, रावण होने का दम्भ भरता है वही दूसरा अकसर राम होने का ढोन्ग करता है पहला रावण […]
मैं मोहपाश में बंधा हुआ, खुद से ही मैं छला गया, न कोई समुद्र मंथन था, न मोहिनी रूप धर, देव घर मे आए थे, पर फिर जाने कैसे, मैने अपने होश गवाए थे, मेरे हिस्से अमृत आया, या है ये गरल का प्याला, छोभ करू मैं इस निर्णय […]
कौन किसको कहे? तू भी वही ,मैं भी वही, तू अगर भ्रष्ट है, तो मैं भी कहाँ शिष्ट हूँ ? तू करता शोषण , मैं करता आत्मपोषण। तू लूटता शंखनाद से, मैं अवसर वाद से । तू जो करे ,वो भी सही । जो मैं करूँ, वो भी सही। कौन […]
रामलीला मैदान में अनशन हुआ, नेताजी ने जोर-शोर से किया। उनके समर्थनों की गणना नहीं भ्रष्टाचार लेकर आंदोलन हुआ। साथी बहुत थे; समर्थन बहुत, समर्थनों की भीड़ में भ्रष्टाचारी अधिक। भ्रष्टाचारी भीड़ भ्रष्टाचार के खिलाफ, […]
प्रकृति के निर्माण में स्त्री और पुरूष दोनों का बराबर योगदान हैl चाहे मनुष्य हो,पशु-पक्षी हो या कोई भी जीव हो,हर जीव की सभ्यता का सृजन स्त्री और पुरूष दोनों की सहभागिता से संभव हुआ है,इसलिए किसी को भी कम आँकना बेमानी होगीl धर्म ग्रंथों में स्त्री और पुरूष […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।