तुम्हारी कमी आज खलती है भारी, कभी खुद से खुद को पहचानों हे नारी । काली बदरियां कुछ इस तरह छायी, व्यापारी ने मन चाही बोली लगायी । निश्चल भाव से करती रहती हो सेवा, नहीं कोई जाने तुम्हारा समर्पण । हर अस्तित्व को जनने वाली हो तुम, अपने वजूद […]

जिन्दगी …… तुम बहुत खूबसूरत हो, बच्चों की मुस्कान हो, भूखोँ की रोटी हो, प्यासों का पानी हो, निर्धन का पैसा हो, बीमारों की दवा हो, मजदूर की मेहनत हो, सृष्टी का सृजन हो, तपती धूप मे पेड की छाँव हो, जाडे की गुनगुनी धूप हो, सूखे की बारिस हो, […]

देखो हमारी हिंदी , पटरानी बन गयी बँगला सिँधी फारसी अँग्रेजी ,उर्दू सब रानी बन गयी, देखो हमारी हिन्दी पटरानी बन रही,,, ब से बिन्दी लगा कर ह से हरवा पहन कर च सेचूडी सजा कर ल से लँहगा पहने प से पायल छनका कर म से मशहूर हो गयी […]

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चाहे कितनी योजनाएं हों। या कितना ही लाभ मिले। बदल नहीं सकता आज भी कोई जमाने को बच्चा पैदा होते ही। बेटी बेटा मे फर्क आ जाता है।। आज भी बैटी होने पर । चेहरा उतर जाता है।। बेटा जन्म होते ही बाजे बजते हैं। खुशियाँ मनायी जाती हैं।। दीवालों […]

टूट रहे हैं पुल हर जगह गिर रहा है इन्सान दौलत जीत रही है अब तो आदमी बन रहा हैवान.. चंद सिक्कों की खातिर सब तुले हैं बेचने पर ईमान समर्थ लगे हैं लूटपाट में जनता हो रही परेशान.. चल पड़ा है अजीब सा अब दौर हर दिन के हादसों […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।