नमस्कार बाबू जी। ‘ नमस्कार भैया ।’ ‘आज तो बड़ी आस लगाकर आया हूँ।’ ‘ आज मुझे इसी समय एक हज़ार रुपये की जरूरत है, मैं बैंक में जाने नहीं पाया।कल बैंक से निकलवाकर दे दूँगा।’ मुझे पता था, शराबी है। मैंने पूछा-वापिस कब कर दोगे ? बाबू जी, बैंक […]

रामू गाँव से 35 किलोमीटर दूर एक शहर में नौकरी करता है।वह हर रोज बस से जाता है। एक दिन किसी कारण से वह लेट हो जाता है। बस प्रतिदिन की भाँति निश्चित समय पर निकल जाती है।          वह अपनी ड्यूटी पर जाने के लिए अपनी […]

शहरों में कहां मिलता है वो सुकून जो गांव में था, जो मां की गोदी और नीम पीपल की छांव में था, वो बचपन वाली रिमझिम रिमझिम होती बरसात, वो हमारी मेहनत से बनाई कागज़ की नाव में था, वो लुका छिपी और पकड़म पकड़ाई के खेल में, साइकिल सीखते […]

पापा आज टेलीविजन पर बार बार तीन तलाक का जिक्र हो रहा है । क्या मसला है यह ?जिस पर आज संसद में बहस भी चल रही है। बेटा यह महिलाओं के साथ एक अन्याय है।इस कुप्रथा के अनुसार शादी शुदा औरत को तीन बार तलाक बोलने मात्र से उनका […]

1. शीत लहर परेशानी बढ़ाती प्रकोप जारी 2. रोटी सकेंगे चुनावी तवे पर नेता स्वार्थ की 3. उड़ान भरो असली सपनों की लिखो कहानी 4. मन भर के परेशानी मिटाओ काम करके 5. सस्ता साधन सद मनोरंजन हँसी ठिठोली परिचय:- अशोक कुमार ढोरिया मुबारिकपुर(हरियाणा) Post Views: 514

बड़े-बड़े तुम वादे करके, सत्ता पर हो गये सवार | कैसे पूर्ण करोगे इनको , कुछ तो बोलो अब सरकार |  स्वप्न बेचना लोकतंत्र में, सबसे बड़ा बना व्यापार |  सत्ता नौका दल जो खेते,  पकड़े हाथ झूठ पतवार |  जनता बड़ी सयानी प्यारे, बैठी धरे तराजू हाथ |  दोनों […]

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संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।