जो सत्य के पथ पर चलते है वे ही सफलता को पाते है जो असत्य का मार्ग चुनते वे अनेक कष्टो से घिर जाते है एक झूठ सौ पाप बराबर है एक सच सौ पुण्य बराबर है सत्य अपनाकर पुण्य कमाए जीवन मे शांति खुशी दोनों पाइए आत्मा भी पावन […]
आओ बसंत पंचमी मनाए, नील गगन में पतंग उड़ाए, मां सरस्वती करे हम पूजा, उसको अपना शीश झुकाये । पीले पीले फूल है खिलते, जीवन के आनंद है मिलते, करते स्वागत वसंत ऋतु का, शरद ऋतु को विदा हम करते। बसंती चोला पहने इस दिन, मन बसंती होता है इस […]
वो ज्ञान की माता है सरस्वती नाम है उनका-२। वो विद्या की माता है। शारदा माता नाम उनका। वो ज्ञान की माता है।। हाय रे मनका पागलपन मुझ से लिखवाता है। क्या मुझे लिखना क्या वो लिखवता ये तो वो ही जाने-२। मन में मेरे वो आकर लिखवाते है मुझसे।। […]
पुलवामा की धरती पर, दुश्मन ने घिनौना कृत्य किया। भारत माँ के जाबांजों पर, पीठ पर खंज़र से वार किया। दबे पाँव घुस आए भेड़िए, हिन्दोस्तान की सीमा में। धोखे और छलावे से, मचा दी थी तबाही घर में। साहस ना था कायरों को, सीना तान कर लड़ने का। षड्यंत्र […]
हिसार- जनवादी लेखक संघ द्वारा मासिक काव्य गोष्ठी टाउन पार्क हिसार में की गई। इसकी अध्यक्षता जय भगवान लाडवाल और संचालन सरदानंद राजली ने किया । गोष्ठी में मुख्य अतिथि बतौर मास्टर रोहतास- महासचिव, जनवादी लेखक संघ हरियाणा और डॉक्टर अर्जुन सिंह राणा अर्थशास्त्री एवं कानूनविद्ध हिसार रहे। आज की […]
क्रोध है शत्रु बड़ा रहता है पास खड़ा नज़र कही आता नही हमसे दूर जाता नही मन के किसी कोने में जगह अपनी बनाता है जब उसे अवसर मिलता हावी हम पर हो जाता है शेष विकार भाई इसी के साथ दौड़े चले आते है विवेक सारा हर लेते है […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।