सुकमा में वीरों के लहू का बदला, हमको लेना होगा, वक्त आ गया,जवाब ईंट का पत्थर से अब देना होगा। राह से भटके नहीं हैं वो,अब बातों से नहीं मानेंगे, जब तक उनके सीने में हम गोलियां नहीं दागेंगे। खरपतवार से खेत भरा है,अब तो इसे जोतना होगा, फसल उगाने […]

तुम तो समझते हमको दुश्मन,हम तो समझें तुमको मीत। तुम तो पालते हमसे नफरत,हम तो रखते तुमसे प्रीत।। क्यों नहीं गा सकते हो इसको,किसका है ये गीत। न तेरा है न मेरा है,ये राष्ट्र का है गीत।। वन्दे मातरम् यहां का गौरव,फैलाते हम विश्व शान्ति। लगता तुझको घर्म विरोधी,ये है […]

हे भारत मां शपथ है मेरी, कायरता न दिखाऊंगा। तेरी रक्षा करने को, मौत से भी टकराऊंगा।। शीश न झुकाऊंगा, पीठ न दिखाऊंगा। माँ तेरे दूध को, कभी न मैं लजाऊंगा।। नदियों को लांघकर, जंगल चीर जाऊँगा। पर्वतों को फांदकर, दुश्मन के पीछे जाऊँगा।। काट-काट शीश उनके, तेरे कदमों में […]

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आओ साथी सबको बचाएं निराकार इस दुश्मन से, जो वर्षों से खेल रहा है अनमोलों के जीवन से। भूल हुई तो भूलो उसको, करो न आगे ऐसी गलती, जिसके करने से रुक जाए स्वर्ण पथ पर गाड़ी चलती। यह कुगति सारथी कुल विनाशक असाध्य रोग है, जिसे देता जन्म असुरक्षित […]

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माना कि अब तक मंदिर नहीं बना बीते कई सालों में, लेकिन अब श्रीराम नहीं रहेंगे अयोध्या के पंडालों में। दिल्ली में मोदी और यूपी में योगीराज आया है, भारत की गली-गली में फिर भगवा लहराया है। अब हर हिंदुस्तानी भारत माता की जयकार लगाएगा, मंदिर हो या मस्जिद हो,अब […]

इन दिनों यूपी में योगी, और बिहार में नीतीश कुमार.. मांस-मदिरा पर कर रहे, वह धारदार कलम से वार। दोनों की नेकी के चर्चे, अब सारी दुनिया में छा रहे.. हमने कहा भगवन जी, और नीतीश,योगी कब भिजा रहे। भगवान बोले सुरेन्द्र, तुम भक्ति करते जय जिनेन्द्र.. हम तो जय […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।