सिर के पीछे पड़ी हलकी-सी चपत से ही इस युद्ध का शंखनाद हो चुका थाl तकियों को अस्त्र-शस्त्र की तरह इस्तेमाल करने के बाद बात मल्लयुद्ध तक आ पहुंची थी। `आज तो तेरी ईंट-से-ईंट बजा दूंगाl` विकास उसकी आँखों में देखकर गुर्राया। मैं भी पापा आज आपको नहीं छोडूंगी।` पलंग […]