हिम्मत हार मत बंदे, किस्मत रंग लाएगी। रुलाया है यदि तुझको, तो एक दिन हंसाएगी । मिलेगा फल तुझे मीठा, रख ले सब्र तू थोड़ा। अपनाएंगे वो तुझको, जिन्होंने आज है छोड़ा। कमर तू कस ले आे यारा, अब कुछ कर दिखाना है, ना दे साथ यदि कोई , अकेले […]
बोझ ना समझो बुजुर्गो को तुम, बुजुर्गों से ही है वजूद तुम्हारा। बुजुर्ग ना होते तो तुम कैसे होते, नामों निशान ना तुम्हारा होता। रूखा सूखा खुद ही खा कर, अच्छा भोजन तुम्हे खिलाया। कितनी रातें खुद ना सोए, लोरी गा कर तुम्हे सुलाया। उंगली पकड़कर चलना सिखाकर, अच्छे बुरे […]
तू भी नश्वर , मैं भी नश्वर, नश्वर है ये दुनियां सारी। घमंड करे तू किस पर प्यारे, ये सांसे भी है प्रभु की उधारी। आए हैं हम प्रभु की कृपा से, प्रभु के पास ही जाना है। किसी को आगे ,किसी को पीछे, बस आना और जाना है। कुछ […]
मैं हूं छोटी सी ,छोटी सी ख्वाहिश, खूब पढ़ने और लिखने की ख्वाहिश । चांद तारों से मिलने की ख्वाहिश, बनके तितली सी उड़ने की ख्वाहिश। मैं हूं छोटी सी ……… सरिता सी कल कल बहने की ख्वाहिश, मेघों के जैसे बरसने की ख्वाहिश। फूलों के जैसे महकने की ख्वाहिश, […]
सांसों की सरगम, दिल की ये धड़कन, सुनाए मधुर गीत प्यारा। जाने कहां कब कैसे किधर ये, रुक जाए जीवन की धारा। सांसों की सरगम…….. आए हो जग में , तो कुछ कर के जाओ, ना गवाओ यूं जीवन सारा। एक बार ही मिलता है ये जीवन ना मिलेगा ये […]
इंसान को इंसानियत सिखलाए मन में मानवता जगाए ये हमारे संस्कार ओ मेरे यार……. जब कोई दुर्घटना हो जाए किसी को चोट लग जाए रखना उनका ख्याल ओ मेरे यार…… जब कोई मुश्किल में फस जाए कोई रोए और घबराए पूछ लेना उनके दिल का हाल ओ मेरे यार……. जब […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।