निशिदिन के अभ्यास से, बिसरी विद्या आय। बिन अंगरेजी ज्ञान के, कोई पूछत नाय ।। जय जय जय अंगरेजी माता। तुम्हरी कीरति सब जग गाता।।1 ए  से  एपल  बी  से  बेबी। नइ पीढी  ने तुमको सेवी।।2 कटबटहट सब एक समाना। पुट का भेद हम नही जाना।।3 पश्चिम की तुम हो […]

  विनम्र श्रद्धांजलि जयजयजयजय तरुणासागर। सच्चाई  को किया उजागर। । ऋषभदेव से तुम अवतारी। महावीर से सत्य विचारी।। प्रताप शांति के घर जाये। पवन जैन जब नाम धराये।। चौदह बरस उमर थी भाई। छोड़ खिलोना मुनिपद पाई।। गढ छत्तीसा शिक्षा पाये। क्रांतिकारी मुनि संत कहाये।। सन अट्ठासी बीस जुलाई। बागी […]

नेह डोर ऐसी बँधी, जिसका कहीं न मोल । त्याग और अनुराग का ,रिश्ता ये अनमोल ।। भावों का गुंथन हुआ, जाग उठा उल्लास । कच्चे धागे ने किया, पक्का मन विश्वास ।। राखी के त्यौहार ने, कर डाला अनमोल । वरना धागे का रहा, दो कौड़ी का मोल ।। […]

राजनीतिजीवन बनी,दिलसे साहित साज। कबीर जैसी साधना,जनता रोती आज।। अटल बिहारी आपका, करता जग सम्मान। मर्यादा संविधान की, कहते कवी मसान।। जयजयजयजय अटलबिहारी । राजनीति भी तुमसे  हारी।। पच्चीस दिस चौबिसा आई। अटल बिहारी जन्में भाई।। कृष्ण बिहारी पिता तुम्हारे। जो शिक्षक थे सबसे न्यारे।। कविता साहित्य खूब रचाये। दीन […]

जयजयजयजयअटलबिहारी । राजनीति भी तुमसे  हारी।। पच्चीस दिस सनचौबिसआई। अटल बिहारी जन्में भाई।। कृष्ण बिहारी पिता तुम्हारे। जो शिक्षक थे सबसे न्यारे।। कविता साहित्य खूब रचाये। दीन दुखिन  को लगे लगाये।। भाषण व्यंग्य कविता गाई। हिन्दी भाषा मुकुट बनाई।। राष्ट्रसंघ  में  भाषण  दीना। सारे जग ने हिन्दी चीह्ना।। सन सत्तावन […]

कृष्ण कन्हैया श्याम है,मोहन ब्रजगोपाल। दीनबंधु राधारमण,दुखहारक नंदलाल॥ समान अर्थ के शब्द में,भाषा का है ज्ञान। शब्दों की कर साधना,कहते कवि मसान॥ सरस्वती भारती माँ शारद। ब्रह्मासुत ज्ञानीमुनि नारद॥ पवनतनय कपिपति हनुमाना। राघव रघुवर राजा रामा॥ वानर बंदर मरकट कीशा। भगवन ईश्वर प्रभु जगदीशा॥ अम्मा जननी अम्बा माता। पाँव चरण […]

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संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।