आतंकी उन्माद को, जो करता भयभीत। राघव के उस चाप को, है प्रणिपात विनीत।। निशाचरी आतंक ने, बोया भय,संत्रास। राम-चाप ने अभय का, मन्त्र,आत्मविश्वास।। […]
(विश्व पर्यावरण दिवस पर विशेष) चलो बचाएं पर्यावरण, आओं करें पौधारोपण। बढ़ रही है ओजोेन गैस, इसलिए करें पौधारोपण॥ चलो बचाएं पर्यावरण, फैला चहुंओर प्रदूषण। फैल रही हैं बीमारियां, भू का करें हम संरक्षण॥ बनाएं ऐसा वातावरण, महकाएं हम पर्यावरण। हो घर-आंगन पेड़-पौधे, हो इसका सौन्दर्यीकरण॥ मानव का मित्र पर्यावरण, […]