जियो और जीने दो का सिद्धांत, जब रूद्ध हो जाए , दुश्मनी आवाम, शांतिदूतों के विरुद्ध हो जाएं, शांति और सुलह की हर राह, जब अवरुद्ध हो जाए, तो जन जन के मन से आवाज आती है, शुरू,अब युद्ध हो जाए। हम शांति का बीज रोपते, तू आतंक की फसल […]

मित्रों, यह आलेख खासकर उन विद्यार्थियों के लिए है… जो स्कूल की पढाई कर रहे हैं…| साथ ही उन युवाओं के लिए भी जो बिना लक्ष्य के जीवन जी रहे हैं…| या उन सभी के लिए… जिन्हें अपना लक्ष्य बनाने में मुश्किल होती है…| तो चलिए… शुरू करें…! मित्रों, अभी […]

राधे-राधे बोलिये,राधे में आधार। राधे रूपी जापना,राधे में संसार।। राधे वाणी राखिये,राधे से यशगान। राधे दी है जिंदगी, राधे में बलिदान।। राधे मे है एकता, राधे में घनश्याम। राधे की सारी कृपा,राधे से हर काम।। राधे का सुमिरन करें,राधे बड़ी महान। विपदायें राधे हरे,राधे नहिं अनजान।। #नवीन कुमार भट्ट परिचय […]

जग में सब का मान नहीं है, हीरों की अब खान नहीं है।। पहले सा अब  काम नहीं है, इतनी भी पहचान  नहीं है।। अपने ही रखते हैं  खंजर, जीना अब आसान नहीं है।। खूब मिलावट करते हैं क्यों? अब अच्छा सामान नहीं है।। जिसको हमने मान दिया था, करता […]

समय जब जब करवट बदलता । कभी अच्छे दिन कभी बुरे लाता।। श्री राम को भी वनवास दिखाता। फिर आम जन को सुख पहुंचाता।। कितने  असुरों का उद्धार कराता। ऋषि मुनियों के दुखों को भगाता।। शबरी मैया के घर श्रीराम बुलाता। समय ही है जो सबको मिलवाता।। पांडवों को धर्म […]

पुलवामा हमले में शहीद हुए हमारे भारतीय शेरों को अश्रुपूरित विनम्र श्रद्धांजलि आतंकी हमले की निंदा करके ये रह जाएंगे। और शहीदों की अर्थी पर पुष्प चढ़ाकर आएंगे।। इससे ज्यादा कुछ नहीं करते ये भारत के नेता हैं। आज देश का बच्चा-बच्चा इन को गाली देता है।। सीमा पार से […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।