भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्रीय राष्ट्र है। देश के ९० करोड़ मतदाता ११ अप्रैल से १९ मई के बीच लोकसभा की ५४३ सीटों के लिए मतदान करेंगे। जेल ५४३ सदस्य विजयी होंगे, उनसे और उनके दलों से ९० करोड़ मतदाताओं की स्पष्ट, नैतिक और लोकतंत्र को पुष्ट करने की […]

आई निकट परीक्षा देखो। करती नहीं प्रतीक्षा देखो।। लग्नशील में कितनी ताकत, कर के स्वयं समीक्षा देखो।। ध्यान लगा के किये पढ़ाई, अपनें ढंग से  इच्छा देखो।। सब कर्मों का फल है *नीर*, होता उज्जवल शिक्षा देखो।। विन कर्म जयकार न होती, डरना नहीं बस परीक्षा देखो।। डर के आगे […]

हे ईश्वर ,मालिक हे दाता ! करो रक्षा अब नारीयों की हो गए हैं पापी अब मनुज नीच बुद्धि से ग्रसित कर दें इन कुविचारों का सर्वनाश   हे ईश्वर ,मालिक हे दाता  ! दें आशीष बहनों को रहें सुरक्षित हर पल हर जगहों पर बुरी दृष्टि से देखने वालों […]

हर तरफ मचा है ये शोर कि  आज  है मेरा दिन, सोचा मांग लूँ  कोई तोह्फा आज जो हो  थोडा  भिन्न, बनावटी फूलों  से दुनिया क्या  तुम मेरी सजा पाओगे? जन्म दिया  जिसने तुमको उसको तुम  क्या दे  पायोगे! अपने वजूद की लड़ाई  लड़ रही मै माँ की  कोख से, जंहा घेरे रहते हैं सौ सवाल मुझे  चारों ओर से, कैसे  जिन्दा रख पाऊँगी  खुद […]

1- घर,बाहर हो,या हो फैक्ट्री । विदआउट पीपीई, नो इंट्री ।। 2- आज कसम हम खाएँगे । पी पी ई अपनाएँगे ।। 1- घर,बाहर हो,या हो फैक्ट्री । विदआउट पीपीई, नो इंट्री ।। 2- आज कसम हम खाएँगे । पी पी ई       अपनाएँगे ।। 3- हमसे  है परिवार […]

भारत का जाँबाज सिपाही, मातृभूमि का अभिनंदन है। पाक डराकर लौट रहा रत्न, दिल से करता अभिनंदन है अभिनंदन सब कर रहे,हे भारत के लाल। पाक धरा व्याकुल पड़ी,हाल हुये बेहाल।। सत्-सत् करता मैं नमन,परम प्रतापी वीर। अभिनंदन सादर करे,हाथ जोड़कर नीर।। #नवीन कुमार भट्ट परिचय : पूरा नाम-नवीन कुमारभट्ट […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।