हर किसी को नहीं मिलता सच्चे अच्छे लोगों का साथ। ये दुनियाँ बड़ी जलीम है जो किसीको नहीं छोड़ती। किये अच्छे कर्म तुमने तो उसके अच्छे फल मिलेंगे। जिंदगी के सफर में तुझे जीने के मकसद मिलेंगे।। जो जन्म लेता है दुनियाँ में उसे मरना भी पड़ता है। जीना मरना […]

इन दिनों चारो तरफ ही तो प्राणवायु के लिए संघर्ष है फेफड़े जवाब दे रहे है सांसे बार बार उखड़ रही है आक्सीजन लेवल घट रहा है हे राम, यह क्या हो रहा है बूढ़े,जवान,अब बच्चों की बारी कैसी है जीवन की लाचारी मगर यह तो होना ही था आक्सीजन […]

रिश्ते भी तो सारे , रंग बदलते हैं, कभी प्यार कभी, नफरत में रंगते हैं।। अपने मतलब के सांचे में, हरपल ये ढलते हैं। रिश्ते भी गिरगिट सा, रंग बदलते हैं।। जब तक हो गरज इनकी, फूलों से महकते हैं। काम निकलने पर ये, नागिन सा डसते हैं।। बदले की […]

कहो करोना क्या कर पाए, जब खुल जाऐं मधुशाला। जब कज़ा मुकाबिल खड़ी हमारे, तब बेमानी लगती हाला।। एक तरफ तो शिफा लाज़िमी, एक तरफ गड़बड़झाला। आमद में तल्लीन सियासत, श्वेत वसन मुद्दा काला।। क्यों मौतों को तौल रहे ‘वो’ , बनी हलाहल जब हाला।। बंद तिजारत करो कज़ा की, […]

मँहगी सब्जी मँहगी दाल मँहगा हुआ अचार है कोरोना के सँग सँग देखो मँहगाई की मार है। मची है देखो मारामारी गजब बड़ा ये ढा रही चरम पे कालाबाजारी जन जन को है रुला रही जीवन वायु को न छोड़ा कितना भ्रष्टाचार है कोरोना के संग,,, हर वो चीज हुई […]

आइए जानें कोविशिल्ड,कोवक्सिंन,स्पूतनिक तथा अन्य वैकड़ीनो के गुण क्या क्या है † कोविशील्ड (Covishield) कोविशील्ड को ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्राजेनेका ने मिलकर तैयार किया है और इसके उत्पादन के लिए भारत में इसे पुणे की सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया बना रही है।ये एक तरह का सौदा है जिसमें प्रति वैक्सीन […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।