सुयोग ध्यान साधना मिटा रहे हिये विकार| पवित्र भाव को लिये करो तु योग बार बार|| शरीर स्वस्थ स्वच्छ हो विवेक पूर्ण हो विचार| सु दिव्य देह प्राण में सु ज्ञान देत है पसार|| भुजंग सूर्य आसनः सु शक्ति देह दे अपार| सुताड वृक्ष उज्जयी कपाल भांति को सिआर|| सु […]