. ध्रुवकवि,कवि कुल भूषण, देश हितों में वह युग पुरुष, तब आना बहुत जरूरी था, वह महानायक विश्व पटल, दैव हितों में वह महा पुरुष, फिर जाना और जरूरी था। हे जन नायक राष्ट्रपूत प्रिय, इस पावन भारतभू आँचल। कोटि कोटि जन मन हित, जैसे अडिग महा हिमाचल। राष्ट्र एकता […]
जयजयजयजयअटलबिहारी । राजनीति भी तुमसे हारी।। पच्चीस दिस सनचौबिसआई। अटल बिहारी जन्में भाई।। कृष्ण बिहारी पिता तुम्हारे। जो शिक्षक थे सबसे न्यारे।। कविता साहित्य खूब रचाये। दीन दुखिन को लगे लगाये।। भाषण व्यंग्य कविता गाई। हिन्दी भाषा मुकुट बनाई।। राष्ट्रसंघ में भाषण दीना। सारे जग ने हिन्दी चीह्ना।। सन सत्तावन […]