हिंदी एक मात्र ऐसी भाषा है जिसे अन्य प्रांतीय लोग भी बड़ी सरलता से सहजता से बोलने व समझने का सामर्थ्य रखते हैं । हिंदी एक ऐसी भाषा जो सही अर्थों में जन जन को एक सूत्र में बांधकर रखकर माँ स्वरूप अपनी अन्य भाषा बेटियों को एक साथ लेकर […]
उज्जैन। नगर के युवा कलमकार एवं शब्द प्रवाह साहित्यिक पत्रिका के संपादक संदीप सृजन को उदयपुर की साहित्यिक संस्था युगधारा द्वारा वर्ष 2018 का स्व.श्रीमती उमरावदेवी धींग साहित्योदय सम्मान प्रदान करने की घोषणा की गई है। यह सम्मान श्री सृजन को युवा श्रेणी के अन्तर्गत सतत साहित्यिक लेखन, संपादन और […]
कल हिंदी दिवस था। यह कौनसा दिवस है, हिंदी के महारानी बनने का या नौकरानी बनने का ? मैं तो समझता हूं कि आजादी के बाद हिंदी की हालत नौकरानी से भी बदतर हो गई है। आप हिंदी के सहारे सरकार में एक बाबू की नौकरी भी नहीं पा सकते […]
हर्षित मन रहा करो खुशी मिले अपार मन में रहे शांति सफलता मिले हजार मन मे जब हो शांति तन भी स्वस्थ ही रहे रोग न कोई होने पाये लम्बा जीवन हो जाये तन और मन जब साथ दे सद्कर्म करे भरपूर परमार्थ ही लक्ष्य रहे दुख रहेगा फिर दूर […]
ये भीड़ कहाँ से आती है ये भीड़ कहाँ को जाती है जिसका कोई नाम नहीं है जिसकी कोई शक्ल नहीं है जिसको छूट मिली हुई है समाज,कानून के नियमों से जिसकी शिराओं में खून की जगह द्वेष की अग्नि बहती है जिसके मस्तिष्क में भवानों के वजाय क्रोध भड़कती […]
भारत बंद का कैसा महाजाल, कर देता है जनता को बेहाल, माँगे पूरी मनवाने की खातिर, कुछ लोग करते है हड़ताल, एक दिन भारत बंद होने से, अर्थव्यवस्था का हो बुरा हाल, सारे कामकाज ठप्प पड़ जाते, दैनिक मजदूरों के होते फटेहाल, बड़े लोग बजाते चैन की बंशी, आम आदमी […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।