गुदगुदा प्यार में कभी जाता, गुनगुना कान में कभी जाता; आके चुपके से कभी कुछ कहता, साँवरा हरकतें अजब करता। ग़ज़ब की बांसुरी सुना जाता, कभी वह नज़र भी कहाँ आता; अदद अंदाज से कभी मिलता, कभी बंदा नवाज़ बन जाता। नब्ज़ हर वक़्त देखता रहता, धड़कनें हृदय की सदा […]