/////1///// क्या प्रकृति के ही उद्गार को मोड़ लें तुम कहो तो विरक्ति से मन जोड़ लें निर्वसन होके तुम यूँ ही फिरती रहो और हमसे कहो के नयन फोड़ लें /////2///// आचरण भीग कर पूरा          नम हो गया जिसको सुतली था समझा वो बम हो […]

तीन मूर्ति के बंगले में जवाहरलाल नेहरु स्मारक संग्रहालय और पुस्तकालय है। इस संग्रहालय और पुस्तकालय को महत्वपूर्ण बनाने में मेरे साथी और अभिन्न मित्र स्व. डाॅ. हरिदेव शर्मा का विशेष योगदान है। वे डाॅ. लोहिया के अनन्य भक्त थे। जब तक वे जीवित रहे, वहां अक्सर मेरा जाना होता […]

प्रभॉशु इस दीवाली किसी घर के चौखट पर अधेरा न रहें किसी घर का कुलदीपक न बुझे किसी घर के दरवाजे पर एम्बुलेंस न हो किसी घर के चूल्हे में अंधेरा न हो इस दीवाली किसी अस्पताल के आई.सी.यू में कोई मरीज तड़पते हुए बाहर न आये हे ईश्वर इस […]

नवरात्र  के आठवें दिन पूर्वसंचित पापों को धोने वाली पराम्बा माता के आठवें रूप  महागौरी की उपासना का दिन है । भक्तों के सभी कल्मष धोने वाली, अमोघ शक्ति और आशुफलदायिनी ‘महागौरी’ का शाब्दिक अर्थ है ‘महती गौर वर्ण की’ । ऐसी आश्वस्ति है कि शिव को पति के रूप […]

माँ देवी अष्टमी पर्व मनाओ नन्ही मुन्नी कन्याओ को जिमाओ उन्हें अच्छे पकवान खिलाओ व्रत तुम्हारा सफल हो जाएगा मन वांछित फल मिल जाएगा क्या वास्तव में ऐसा हो पायेगा? पहले कन्या भ्रूण हत्या रोकिए बेटी को पैदा तो होने दीजिए बेटी को बेटा समान मानिए बेटी पढ़ाइये उसका कैरियर […]

नवरात्र अष्टम स्वरूप माँ महागौरी …….. महामाया,गौरवर्ण लिए मुख पर कांति महागौरी शीतल मन सकल हैं, शांति अष्टम रुप महागौरी । चतुर्भुजा,वृषभ सवारी आलौकिक सिद्धि शक्ति श्रीफल का नैवेद्य प्रिय देती सुफल माँ महागौरी ।। दुष्टों को दंड देने रौद्र रुप में दंडार्थ देवी भ्रामरी भक्त वत्सला है,ममता सलिला हैं […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।