दीपावली का पर्व ज्यों-ज्यों पास आ रहा था,शोभा के चेहरे की आभा अपनी कांति खोती जा रही थी,जिसे वह चाहकर भी छुपा नहीं पाती थी। उसे यह चिंता सता रही थी कि,अगर दीपावली पूजन पर भी सुमित घर नहीं लौटे तो वह आस-पड़ोस से उठती शंकालु निगाहों को क्या जवाब […]

इस नफरत के दौर में मैं अब शराफत कहाँ से लाऊँ, हर मुनाफे की खातिर मैं अब मिलावट कहाँ से लाऊँ। कैसे संभलूँ इस बेकार और झूठी दुनिया में मैं यारों, इन नापाक अदाओं में मैं अपनी अदावत कहाँ से लाऊँ। इस फरेबी ज़माने में,मैं बचपन की शरारत कहाँ से […]

जिंदगी की गाड़ी को किस कदर,चलाना पड़ता है, निकालकर पहिए खुद जुट,जाना पड़ता हैं। कहीं सफर में खुशी मिले, कहीं राह में ग़म। रोते-रोते हमको पल में,मुस्कुराना पड़ता है। बड़ी नाजुक-सी डोर है,जीवन में रिश्तों की, हर ताना-बाना सलीक़े से,सजाना पड़ता है। कठपुतली की तरह,जी रहे हैं जीवन अपना, जाने […]

पिछली रात हुई बरसात , और पानी सड़कों पर आया। भोर हूई और देख हाल, मेरा तो बस मन भर आया। कहीं डालियां टूटी बिखरी है, कहीं कीचड़ की नदियां दिख रही है। सब और हलचल छा गई है, और जनता सारी चीख रही है। लगता है आँधी भी थी […]

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मैं तिरंगे के लिए जान भी दे जाऊंगा, मेरे इस ध्वज को चंहुओर मैं फहराऊंगा l  आंच आने नहीं दूंगा मैं सरज़मीं को कभी, मैं हर-एक सोए हुए शख़्स को जगाऊंगा ll    मेरा ईमान मेरी जान ये तिरंगा है, मेरी धड़कन की भी पहचान ये तिरंगा है l  जीत […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।