फिल्म समीक्षा…. शानदार प्रस्तुतिकरण और उम्दा प्रेम कहानी की प्रस्तुति यह फिल्म ‘हैरी मेट सैजल’ है। यह इम्तियाज अली के लेखन-निर्देशन में शाहरुख को मिली ब्लॉक बस्टर की सौगात है। एक साधारण कहानी को खास तरीके से इसमें इम्तियाज़ ने पेश किया है। हरविंदरसिंह नेहरा उर्फ हैरी(शाहरुख) पंजाबी गाइड है,उनकी एक गुजराती लड़की […]

यहाँ इंदौरी फ़िल्म है जो सिनेमाघरों में  ‘जग्गा जासूस’ के सामने प्रदर्शित हुई है। राघवेंद्र तिवारी की कहानी पर आसिफ काजी के संवादों से सजी फ़िल्म में मुम्बई ओर इंदौरी कलाकारों को एकसाथ देखने को मिला है। निर्भयसिंह के निर्देशन में इस फिल्म ‘घण्टा चोरी हो गया’ को विक्रमसिंह गुर्जर […]

  ये कॉमेडी,एडवेंचरस और रोमांटिक बच्चों की फ़िल्म है। डिज्नी बच्चों के लिए फ़िल्म बनाता आ रहा है,जो इस बार ‘जग्गा जासूस’ के रुप में अनुराग बसु द्वारा लिखित-निर्देशित है। फ़िल्म शुरू होती है पत्रकार श्रुति(केट) की कहानी और किताब जग्गा जासूस की बुक से,जिसमें जग्गा के कारनामे बयां होते […]

बलात्कार एक ऐसा घिनौना कृत्य है,जिसके बारे में कई लोग बात करने से भी कतराते हैं.. यह न केवल जिस्म का होता है,वरन रुह का भी होता है। और जो इंसान इसे भोगता है,उस पीड़ित को न केवल परिवार, बल्कि पूरे समाज में उपेक्षा देखना पड़ती है, इसीलिए सरकार को […]

सलमान की पिछली 11 फिल्मों में सबसे कमजोर फ़िल्म ‘ट्यूबलाइट’ है,जो शुरु होती है कुमाऊँ के जगतपुर इलाके से,जहां लक्ष्मणसिंह बिष्ट(सलमान खान ) अपने छोटे भाई भरत(सोहैल खान) के साथ रहता है,क्योंकि दोनों के माता पिता बचपन में ही चल बसे हैं। दोनों भाई एक-दूसरे की ज़िंदगी है,पर लक्ष्मण को बातें […]

भव्यता,विहंगमता,अदभुत और राजनीतिक षडयंत्र का शानदार तालमेल फिल्म ‘बाहुबली’ है। महिष्मति राज्य का शासन रानी शिव गामिनी (रमैया कृष्णन) सम्भालती है। उसका बेटा भल्लाल देव(राणा डग्गुबाती)शुरू से ही कपटी ओर छली है। रानी अमरेंद्र बाहुबली(प्रभास)की चाची रानी माँ है,परन्तु वह इस बालक को वीर तथा पराक्रम को देखते हुए उसे […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।