योगी बाबा आये है,
बच्चों को समझाये है,
नकल नहीं करना बाबू,
कैमरा लगाए हैं।
बहुत प्रसंशनीय कार्य
पर बाबा यह ठीक नहीं,
गर ऐसा करना था,
वर्ष प्रारंभ में ही ,
शिक्षकों को भी रगड़ना था,
पूरे साल राजनीति में,
लगे रहे मेरे गुरूवर जी,
आते दो दिन कालेज में,
संध्या होती खैर पूछने में,
हाजिरी हफ्ते की लगती है,
गुरुवर मेरे प्रधानाचार्य जी की,
नित करते रहते भक्त्ति है,
अगर हमें यह पता होता,
तो हम भी पढ़ कर आते जी,
जैसे अधिकारी के आने पर,
गुरुवर समय से आते हैं,
भाव भंगिमा ऐसे करते,
जैसे हमें सब कुछ पढ़ाएं जी,
कैमरे के जगह पर योगी जी,
शिक्षकों की भर्ती करवाएं जी,
देखिए फिर किसकी गलती
की सजा हम मासुम है पाये जी
कौन शिक्षक पढ़ा रहा
और कौन करता दाएं – बाएं जी,
ऐसे भी शिक्षक है मेरे,
जिनको खुद पढ़ना नहीं आए जी,
जब आप हमको पढ़ाएं नहीं तो,
अब आप ही बताइए कि हम,
बिन नकल के कैसे परीक्षा लिख पाए जी
#संजय सिंह राजपूत