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नए लोग होंगे नई बात होगी,
ढूँढेंगी निगाहें क्या बात होंगी।
हम करेंगे इंतज़ार उस घड़ी का,
तुमसे हमारी मुलाकात होगी।
तुम आओ न आओ मर्जी तुम्हारी,
तुम्हारा इंतज़ार सौगात होगी।
हमें है तुमसे मुहब्बत ये जान लो,
न ख़ुशी से मिलोगे खैरात होगी।
खबर हमें भी हैं तुम्हारे दिल की,
कहाँ काबू में तुम्हारे जज्बात होगी।
वो घड़ी मिलन की आएगी एक दिन,
उस मिलन की कुछ और बात होगी॥
#ज़िया हिन्दवाल ‘गीत’
परिचय :श्रीमती ज़िया गीता हिन्दवाल का वर्तमान निवास देहरादून (उत्तराखंड) स्थित आदर्श नगर में है। आपकी शिक्षा-
एम.ए.( हिंदी)है। साहित्य सम्मान में आपको तुकान्त प्रतियोगिता में दो बार प्रथम स्थान,हाइकु प्रतियोगिता में तृतीय स्थान,तथा अन्य साहित्य सम्मान प्राप्त हैं। लेखन विधा में आप तुकान्त,हाइकु, नज़्म,रुबाई,मुक्तक,लघुकथा,शेर और चुटकुला आदि लिखती हैं। लिखने का उद्देश्य-लिखना अच्छा लगता है,इसलिए लिखती हैं और शायद मन को खुश रखने का ये भी एक तरीका है।
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Tue Jan 30 , 2018
रूप के भँवरे चुराने जब लगें नज़रें, जब ढले श्रृंगार का मौसम चले आना। हो अकेलापन कभी महसूस जब तुमको, […]