नारियाँ

0 0
Read Time56 Second
pankaj-300x208
जग में खुशी के दीप जलाती हैं नारियाँ,
घर-घर से अँधेरों को भगाती हैं नारियाँ।
आँगन की ये शोभा हैं,घरों की हैं लक्ष्मी,
जीवन को स्वर्ग जैसा बनाती हैं नारियाँ।
उनकी सुनाई देती हैं हृदय में धड़कनें,
उपवन में हर कली को खिलाती हैं नारियाँ।
शक्ति पर इनकी गर्व है हिन्दोस्तान को,
झाँसी की रानी बन के दिखाती हैं नारियाँ।
सेवा में देश की हैं ये पुरुषों से कम नहीं,
अपने वतन की शान बढ़ाती हैं नारियाँ।
ममता का है सागर यही माता के रूप में,
संतान को आँचल में छुपाती हैं नारियाँ।
दु:ख में भी ऐ ‘पंकज’ है उन्हें सहनशीलता,
खुश हो के सभी कष्ट उठाती हैं नारियाँ॥
                         #पंकज सिद्धार्थ

matruadmin

Average Rating

5 Star
0%
4 Star
0%
3 Star
0%
2 Star
0%
1 Star
0%

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Next Post

प्यार में 

Fri Dec 15 , 2017
प्यार में उम्र का अनुभव सब कुछ सिखा देता है, जीवन में किसी का प्यार भी बहुत कुछ सिखा देता है। पत्नी का प्यार सच्चा श्रेष्ठ निस्वार्थ अपनापन भरा होता है, प्यार तो बस प्यार होता है जब किसी से होता है। बहुत ही प्यारा लगता है प्यार का नशा […]

पसंदीदा साहित्य

नया नया

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।